भारत के सबसे बड़े और विश्वसनीय क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म में से एक CoinDCX पर हाल ही में बड़ा साइबर हमला हुआ है. इस हमले में कंपनी को लगभग 44 मिलियन डॉलर (करीब ₹380 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है.
Trending Photos
भारत के सबसे बड़े और विश्वसनीय क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म में से एक CoinDCX पर हाल ही में बड़ा साइबर हमला हुआ है. इस हमले में कंपनी को लगभग 44 मिलियन डॉलर (करीब ₹380 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है. हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट किया है कि ग्राहकों के वॉलेट और फंड पूरी तरह सेफ हैं और सभी ट्रेडिंग व विड्रॉल सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं.
CoinDCX के सीईओ सुमित गुप्ता ने बताया कि यह हमला बेहद सॉफिस्टिकेटेड और टारगेटेड था, जिसमें हैकर्स ने कंपनी के एक इंटरनल ऑपरेशनल अकाउंट को निशाना बनाया. यह अकाउंट एक पार्टनर प्लेटफॉर्म पर लिक्विडिटी मैनेजमेंट के लिए इस्तेमाल होता था. गुप्ता ने कहा कि टीम ने तेजी से प्रतिक्रिया दी और प्रभावित अकाउंट को आइसोलेट कर दिया, जिससे नुकसान को फैलने से रोका जा सका.
CoinDCX क्या करता है?
CoinDCX की शुरुआत अप्रैल 2018 में सुमित गुप्ता और नीरज खंडेलवाल ने मिलकर की थी. यह भारत का प्रमुख क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश प्लेटफॉर्म है, जो बिटकॉइन, एथेरियम समेत 500 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री की सुविधा देता है. इसके अलावा यह फ्यूचर्स ट्रेडिंग, मार्जिन ट्रेडिंग और क्रिप्टो SIP जैसे ऑप्शन भी देता है. CoinDCX क्रिप्टो एजुकेशन को भी बढ़ावा देता है और इसके लिए ‘DCX Learn’ जैसी पहल चलाई जा रही है.
क्या पहले भी हुआ है ऐसा?
CoinDCX के को-फाउंडर नीरज खंडेलवाल ने कहा कि नुकसान की भरपाई कंपनी अपने ट्रेज़री से करेगी. यह भारत में क्रिप्टो एक्सचेंज पर हुआ दूसरा बड़ा साइबर हमला है. इससे पहले जुलाई 2023 में WazirX पर हुए एक हमले में 230 मिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ था. उस समय कंपनी को ट्रेडिंग और विड्रॉल सस्पेंड करनी पड़ी थी और भारी घबराहट का माहौल बन गया था. CoinDCX की ताजा स्थिति में हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ है, लेकिन यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि क्या क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स पर हमारा पैसा वाकई सेफ है?