Sudarsan Pattnaik: वेमाउथ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रेत कला महोत्सव में भारतीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक को 'फ्रेड डारिंगटन' (Fred Darrington Award) ब्रिटिश सैंड मास्टर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
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Sand Artist Sudarsan Pattnaik: भारतीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक (Sudarsan Pattnaik) को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए यूनाइटेड किंगडम में पहला 'फ्रेड डारिंगटन सैंड मास्टर अवार्ड' मिला है. बता दें, सुदर्शन पटनायक को यह सम्मान वेमाउथ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट फेस्टिवल में उनकी शानदार कला के लिए दिया गया है, जहां उन्होंने भगवान गणेश की 10 फुट ऊंची रेत की मूर्ति बनाकर शांति का संदेश दिया.
बता दें, सुदर्शन पटनायक समुद्र किनारे ऐसी कलाकृतियां बनाते हैं, जिसे देखकर ऐसा लगता है कि 'रेत में भी जान' आ गई हो. सुदर्शन पटनायक का जन्म उड़ीसा में साल 1977 में 15 अप्रैल के दिन हुआ था. परिवार के तीन भाइयों में वो सबसे बड़े हैं. वहीं, उनकी इस बड़ी उपलब्धि पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने यूनाइटेड किंगडम में पहला 'फ्रेड डारिंगटन सैंड मास्टर अवार्ड' मिलने पर उन्हें हार्दिक बधाई दी है.
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सीएम ने दी बधाई
मुख्यमंत्री माझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, 'पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित एवं प्रख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक को प्रथम ब्रिटिश सैंड मास्टर पुरस्कार 'द फ्रेड डारिंगटन' से सम्मानित होने पर हार्दिक बधाई. उन्होंने वेमाउथ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रेत कला महोत्सव में भगवान गणेश की 10 फुट ऊंची विशालकाय प्रतिमा के माध्यम से शांति का संदेश दिया. उनके योगदान ने विश्व मंच पर हमारे देश और राज्य की सांस्कृतिक विरासत को और आगे बढ़ाया है.'
इस बड़े और प्रतिष्ठित पुरस्कार के साथ ही पटनायक ने एक बार फिर से ओडिशा के साथ पूरे देश का नाम विश्व में उजागर किया है. उनकी कला ने वेमाउथ में हर किसी का दिल जीत लिया. रेत पर बनी भगवान गणेश की मूर्ति की हर ओर सराहना हो रही है.
हर तरफ मिला सम्मान
बता दें, सुदर्शन को उनकी कला के लिए साल 2014 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया. इतना ही नहीं उन्हें राष्ट्रपति सम्मान, पीपुल ऑफ द ईयर, गोदावरी, यंग इंडियन लीडरशिप जैसे कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं. वहीं पिछले साल सेंट पीटर्सबर्ग में अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला चैंपियनशिप में उन्होंने भगवान जगन्नाथ और उनके भक्त बलराम दास की कलाकृति बनाकर गोल्ड मेडल जीता था.