गंगा और यमुना नहीं...बल्कि ये है देश की सबसे पुरानी नदी, जो बहती है धरती के नीचे!
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गंगा और यमुना नहीं...बल्कि ये है देश की सबसे पुरानी नदी, जो बहती है धरती के नीचे!

Oldest River in India: क्या आपको पता है कि भारत की सबसे पुरानी नदी कौन सी है. अगर नहीं तो इस खबर में जानें सही उत्तर.  

गंगा और यमुना नहीं...बल्कि ये है देश की सबसे पुरानी नदी, जो बहती है धरती के नीचे!

Which is the Oldest River in India: भारत को नदियों का देश कहा जाता है. यहां एक दो नहीं नहीं बल्कि कई सारी नदियां बहती है. वहीं, देश में इन नदियों को मां के रूप पूजा जाता है. लोगों की नदियों के प्रति काफी आस्था है, लेकिन क्या आपको पता है कि भारत की सबसे पुरानी नदी कौन सी है? हालांकि, इस सवाल पर आपके मन में गंगा या यमुना नदी का नाम आ रहा होगा, लेकिन ये सही जवाब नहीं है. चलिए इस खबर में आपको बताते हैं इस सवाल का सही उत्तर.  

वैसे तो गंगा और यमुना नदी का नाम पुराने नदियों में सबसे ऊपर है, लेकिन इससे भी ऊपर एक नदी है जो इन नदियों से भी पुरानी है. ये नदी है सरस्वती नदी. ये सबसे पुरानी नदी है. ये गंगा-यमुना से पहसे अस्तित्व में आई थी. महाभारत और ऋग्वेद जैसे ग्रंथों में सरस्वती नदी की के बारे में बताया गया, लेकिन वर्तमान में इसका जल धरती की सतह पर नहीं दिखाई देता है. 

जल का प्रवाह अब भी धरती के नीचे मौजूद
रिपोर्ट्स के अनुसार, सरस्वती नदी सैकड़ों साल पहले जमीन से लुप्त हो गई थी, लेकिन इसका जल का प्रवाह अब भी धरती के नीचे मौजूद है. वैदिक धर्मग्रंथों में कहा गया है कि सरस्वती नदी पुष्कर में ब्रह्मा सरोवर से प्रकट हुई. अमूमन इस नदी का नाम तो अधिकतर सभी लोगों ने सुना है, लेकिन आज तक किसी ने इस नदी को देखा नहीं है. मान्यताओं के अनुसार, प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदी का मिलन होता है. इसलिए इसे त्रिवेणी संगम कहते हैं. 

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वैज्ञानिकों की मानें तो खोज में पता चला है कि हिमालय के आदि बद्री से लेकर कच्छ तक 5000 किलोमीटर लंबा भूमिगत जलस्तर सरस्वती नदी का ही हिस्सा हो सकता है. शोध के अनुसार, सरस्वती नदी अभी भी हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से होकर भूमिगत रूप में बहती है. 

आज भी है मौजूद
वैज्ञानिक और भूगर्भीय खोजों के अनुसार, किसी समय इस क्षेत्र में भीषण भूकंप आया था, जिसके कारण जमीन के नीचे के पहाड़ ऊपर उठ गए और सरस्वती नदी का जल जमीन के नीचे चला गया. हालांकि, आज भी सरस्वती नदी के अवशेष घग्गर-हकरा नदी के रूप में मौजूद हैं.  

Disclaimer- 'Zee News' इस खबर में दी गई किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है. हमारा मकसद केवल सामान्य ज्ञान को बढ़ाना है. यह जानकारियां विभिन्न वेबसाइट्स से जुटाई गईं हैं.

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