राजस्व विभाग ने जारी की 534 अंचल कार्यालयों की रैंकिंग, जानिए किसने मारी बाजी, कौन रहा फिसड्डी
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राजस्व विभाग ने जारी की 534 अंचल कार्यालयों की रैंकिंग, जानिए किसने मारी बाजी, कौन रहा फिसड्डी

Top Revenue Circle of Bihar: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अप्रैल माह के लिए राज्य के सभी 534 अंचलों की रैंकिंग जारी की है. हर महीने की रैंकिंग के जरिए राजस्व विभाग राज्य के अंचल कार्यालयों की कार्यप्रणाली की समीक्षा कर रहा है. इस प्रक्रिया से सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिल रहा है. जहां कुछ अंचलों ने शानदार सुधार दिखाया है, वहीं कई अंचल लगातार पीछे बने हुए हैं.

राजस्व विभाग की नई रैंकिंग जारी
राजस्व विभाग की नई रैंकिंग जारी

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा एक सराहनीय पहल किया जा रहा है। इस पहल से राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा पैदा हुई है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अप्रैल माह के लिए राज्य के सभी 534 अंचल कार्यालयों की रैंकिंग जारी की है. इस रैंकिंग के जरिए यह तय किया गया कि कौन-कौन से अंचल कार्यालय अपने काम में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और किसकी कार्यप्रणाली कमजोर है. विभाग ने परिमार्जन प्लस, म्यूटेशन अभियान बसेरा 2, आधार सीडिंग, एलपीसी, ई-मापी, अतिक्रमणवाद, जमाबंदी और सरकारी जमीन की इंट्री जैसे मानकों के आधार पर रैंकिंग तैयार की है.

अप्रैल माह की रैंकिंग में बांका जिले का फुल्लीडुमर अंचल पहले स्थान पर रहा है. फुल्लीडुमर ने पिछली बार के सातवें स्थान से छलांग लगाकर 84.40 अंकों के साथ टॉप किया है. जमुई का लक्ष्मीपुर अंचल 80.62 अंकों के साथ दूसरे और बेगूसराय का खोदबंदपुर 80.01 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा है.

पटना जिले का सदर अंचल कार्यालय मार्च में 296वें स्थान पर था, लेकिन अप्रैल में यह सीधे दसवें स्थान पर पहुंच गया। रैंकिंग में यह जबरदस्त सुधार दर्शाता है कि विभाग की सतत समीक्षा और रैंकिंग प्रणाली से अंचलों के कामकाज में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।

सीतामढ़ी का सोनवर्षा 21वें से चौथे, जहानाबाद का घोसी 31वें से पांचवें, और गया का डुमरिया 143वें से सातवें स्थान पर पहुंचा है. पूर्वी चंपारण का छौड़ादानों 156वें से 11वें और सिवान का सिवान सदर 132वें से 14वें स्थान पर आया है. यह दर्शाता है कि सुधार की दिशा में कई अंचल तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.

पटना का ही दुलहिन बाजार अंचल इस बार की रैंकिंग में सबसे नीचे यानी 534वें स्थान पर रहा है. उसे सिर्फ 31.82 अंक मिले हैं. वहीं, राजपुर (रोहतास), बोधगया (गया), कटिहार सदर (कटिहार) और मोहनपुर (समस्तीपुर) भी अंतिम 10 अंचलों में शामिल रहे.

राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि विभाग हर महीने अंचल कार्यालयों की रैंकिंग करता है ताकि जनता को समय पर सेवाएं मिल सकें. उन्होंने कहा कि यह एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है, जिससे कर्मचारियों में जवाबदेही की भावना बढ़ रही है.

रैंकिंग में विभिन्न कार्यों के लिए अंक निर्धारित किए गए हैं. म्यूटेशन पर 20, परिमार्जन प्लस पर 25, बसेरा 2 पर 15, आधार सीडिंग व ऑनलाइन एलपीसी पर 2.5-2.5, ई-मापी पर 15, अतिक्रमणवाद और जमाबंदी पर 5-5, तथा सरकारी जमीन की इंट्री पर 10 अंक दिए जाते हैं.

टॉप 10 अंचल कार्यालयों में फुल्लीडुमर (बांका), लक्ष्मीपुर (जमुई), खोदबंदपुर (बेगूसराय), सोनवर्षा (सीतामढ़ी), घोसी (जहानाबाद), केसरिया (पूर्वी चंपारण), डुमरिया (गया), नगरा (सारण), हसपुरा (औरंगाबाद), पटना सदर (पटना) शामिल हैं.

वहीं अंतिम 10 में राजपुर, बोधगया, कटिहार सदर, मोहनपुर, कदवा, बड़हरा, जगदीशपुर, बथानी, कोढ़ा और दुलहिन बाजार अंचल हैं.

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