Delhi Hospital Fire: हादसा या हत्या? अग्निकांड में 7 मासूमों की मौत, बेबी केयर सेंटर हादसे में अब तक हुए ये 5 बड़े खुलासे
Advertisement
trendingNow12265462

Delhi Hospital Fire: हादसा या हत्या? अग्निकांड में 7 मासूमों की मौत, बेबी केयर सेंटर हादसे में अब तक हुए ये 5 बड़े खुलासे

Vivek Vihar Baby Care Center Fire: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विवेक विहार में शनिवार देर रात बेबी केयर न्यू बोर्न हॉस्पिटल में हुए अग्निकांड में 7 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि हादसे के बाद बचाए गए 5 बच्चों का इलाज चल रहा है.

Delhi Hospital Fire: हादसा या हत्या? अग्निकांड में 7 मासूमों की मौत, बेबी केयर सेंटर हादसे में अब तक हुए ये 5 बड़े खुलासे

Delhi Baby Care Hospital Fire: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर सेंटर अग्निकांड में अस्पताल के मालिक डॉ. नवीन समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, दिल्ली सरकार ने अस्पताल में आग लगने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए हैं. बेबी केयर सेंटर में लगी आग के पीछे लापरवाही बताई जा रही है और इस मामले में 5 बड़े खुलासे हुए हैं. बता दें कि शनिवार देर रात बेबी केयर न्यू बोर्न हॉस्पिटल में हुए अग्निकांड में 7 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि हादसे के बाद बचाए गए 5 बच्चों का इलाज चल रहा है.

खत्म हो चुका था बेबी केयर सेंटर का लाइसेंट

विवेक विहार के बेबी केयर न्यू बोर्न हॉस्पिटल में हुए हादसे की शुरुआती जांच के बाद कई खामियां सामने आई हैं. इसमें सबसे बड़ा खुलासा हुआ है कि बेबी केयर सेंटर का लाइसेंस मार्च में ही खत्म हो चुका था. दिल्ली सरकार ने बेबी केयर सेंटर को जो लाइसेंस जारी किया था, वो 31 मार्च 2024 को एक्सपायर हो गया था. दिल्ली सरकार का हेल्थ डिपार्टमेंट परमिशन देता है, लेकिन दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि लाइसेंस 31 मार्च को खत्म हो गया था. यानी यह नर्सिंग होम अवैध तरीके से चलाया जा रहा था.

5 बेड की अनुमति, लेकिन 12 बच्चे भर्ती

अवैध तरीके से चल रहे दिल्ली के इस बेबी केयर सेंटर को पुराने लाइसेंस में केवल 5 बड की ही मंजूरी थी, लेकिन अस्पताल ने दोगुने से ज्यादा बेड लगाए हुए थे. नर्सिंग होम को सिर्फ 5 बेड की परमिशन थी, लेकिन 25-30 बच्चे रखे जा रहे थे. हादसे के वक्त भी अस्पताल में 12 बच्चे भर्ती थे, जिनका रेस्क्यू किया गया था.

फायर सेफ्टी नॉर्म्स को नहीं किया जा रहा था फॉलो

दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि अवैध तरीके से चलाए जा रहे इस बेबी केयर सेंटर में आग बुझाने के इंतजाम तक नहीं थे. अस्पताल में फायर सेफ्टी नॉर्म्स फॉलो नहीं किए जा रहे थे. हॉस्पिटल में अंदर आने और बाहर जाने का सही इंतजाम नहीं था. कोई इमरजेंसी एग्जिट भी नहीं था.

इलाज के लिए नहीं थे क्वालिफाइड डॉक्टर

बेबी केयर सेंटर के मालिक नवीन खिंची ने Pediatric Medicine में एमडी किया है और वो पश्चिम विहार में रहता है. उसकी पत्नी जागृति डेंटिस्ट है और इस अस्पताल को चलाती है. इस हॉस्पिटल में BAMS डॉक्टरों की ड्यूटी लगी थी, जो बच्चों की केयर करने के लिए क्वालिफाइड नहीं थे. बेबी केयर सेंटर में बच्चों के इलाज के लिए MBBS डॉक्टर को होना चाहिए था, लेकिन यहां BAMS डिग्री धारक डॉक्टर मौजूद थे.

दिल्ली-एनसीआर में हॉस्पिटल के 4 सेंटर

‘Baby Care New Born Child Hospital’ की चार ब्रांच हैं. हॉस्पिटल के सेंटर दिल्ली के विवेक विहार के अलावा पंजाबी बाग, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी चल रहे हैं. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर नवीन को गिरफ्तार किया है. दूसरी गिरफ्तारी डॉक्टर आकाश की हुई है, जो बीएएमएस किया है और जिस वक्त सेंटर में आग लगी उस वक्त ड्यूटी डॉक्टर था. यानी डॉक्टर आकाश इस वक्त सेंटर का हेड था.

अब तक जांच में पता चला है कि आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट है. इसके अलावा अस्पताल में 5 बेड के हिसाब से ही ऑक्सीजन सिलेंडर होने चाहिए थे, लेकिन हादसे के बाद नर्सिंग होम में 32 ऑक्सीजन सिलेंडर पाए गए हैं. आग लगने के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ था, जिससे हादसा बड़ा हो गया.

About the Author
author img

TAGS

Trending news

;