Kheti Kisani: छत्तीसगढ़ में झमाझम बारिश का दौर जारी है, छत्तीसगढ़ में मानसून अच्छा होने से किसानों को इस बार अच्छी फसल होने की उम्मीद है. बता दें कि ज्यादातर किसानों ने बुआई भी शुरू कर दी है. खास बात यह है कि इस बार किसानों को खाद बीज के लिए भी परेशान नहीं होना होगा, साय सरकार ने इसका ऐलान कर दिया है. छत्तीसगढ़ में धान के साथ-साथ अन्य फसलों की बुवाई भी शुरू हो चुकी है, ऐसे में अब खाद की जरुरत पड़ने वाली है.
छत्तीसगढ़ में इस बार झमाझम बारिश हो रही है, मानसून की सक्रियता से किसानों को भी लाभ होने की उम्मीद है, ऐसे में किसानों ने फसलों की बुआई शुरू कर दी है, प्रदेश में पिछले पांच दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है, जिससे नदी और नाले भी उफान पर हैं.
छत्तीसगढ़ में बारिश की शुरुआत के बाद किसानों ने फसलों की बुवाई भी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि राज्य खेती-किसानी का काम जोरों पर है और छत्तीसगढ़ में 24.07 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बुआई शुरू हो चुकी है.
इस बार छतीसगढ़ में फसलों की बुवाई का जो लक्ष्य रखा गया है, उस निर्धारित लक्ष्य का 49 प्रतिशत तक हिस्सा लग रहा चुका है. खरीफ सीजन में 48.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य रखा गया है, जहां किसान तेजी से फसलों की बुवाई कर रहे हैं.
अच्छी बात यह है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को इस बार खाद बीज के लिए भी परेशान नहीं होना पड़ेगा. सीएम विष्णुदेव साय ने निर्देश दिए हैं कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप सुगमता से खाद बीज मिलेगा, जिसके लिए सभी जिलों में कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया गया है.
सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश के हिसाब से छत्तीसगढ़ में किसानों को 8.35 लाख मीट्रिक टन खाद और 5.76 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज बांटे जाने के निर्देश दिए हैं, इसमें सभी तरह के बीज शामिल है, जिसमें धान की पौध, सोयाबीन भी शामिल है.
छत्तीसगढ़ में धान की रोपाई भी शुरू होनी है, धान की पौध पनप चुकी है, जिसके लिए किसानों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 291.9 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज हो चुकी है, जबकि प्रदेश की औसत वार्षिक वर्षा 1238.7 मिलीमीटर हो चुकी है.
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