पीएम मोदी ने देश में भरते जा रहे चीनी माल को लेकर देशवासियों से बड़ी बात कही है. गणेश जी की मूर्ति का उदाहरण देते हुए उन्होंने जो कहा वह चीन के लिए खतरे की घंटी है. अभी उसके कथित तौर पर सस्ते माल घर-घर में पहुंच चुके हैं लेकिन मोदी की बात को देश ने गंभीरता से लिया तो चीन की खटिया खड़ी होनी तय है.
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ऐसा लगता है कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के बाद अब उसके हमदर्द चीन का भी इंतजाम शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए इशारों में बड़ा मैसेज दिया. उन्होंने देश की जनता से विदेशी सामान नहीं खरीदने की अपील की. आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने चीन का नाम लिए बगैर कड़ा संदेश दिया. दरअसल, अक्सर देखा जाता है कि होली और दिवाली के त्योहार पर बाजार में बिकने वाली चीजें चीन से आती हैं.
इसी ओर इशारा करते हुए पीएम ने कहा कि हम गांव-गांव व्यापारियों को शपथ दिलवाएं कि उनका मुनाफा कितना भी क्यों न हो, आप विदेशी माल नहीं बेचोगे. उन्होंने आगे कहा कि दुर्भाग्य देखिए, गणेश जी भी विदेश से आ जाते हैं. वो भी छोटी आंख वाले गणेश जी, गणेश जी की आंख भी नहीं खुल रही होती है. होली के लिए रंग और पिचकारी भी विदेश से आती है.
आदरणीय PM नरेंद्र मोदी जी का स्वदेशी संदेश: गांव के व्यापारियों से आह्वान, चाहे कितना भी मुनाफा हो, विदेशी सामान न बेचें!
गणेश मूर्ति, होली के रंग, यहां तक कि टूथपेस्ट और कंघी तक विदेशी। ऑपरेशन सिंदूर: 24 घंटे में अपने घर में इस्तेमाल होने वाले विदेशी सामानों की सूची बनाएं।… pic.twitter.com/06Gmh2rfUU
— Arun Yadav (@BeingArun28) May 27, 2025
'गुजरात शहरी विकास योजना' के 20वीं वर्षगांठ समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग अपने घर जाकर एक लिस्ट बनाना कि ऑपरेशन सिंदूर के लिए एक नागरिक के नाते हमें ये काम करना है. आपके घर में 24 घंटे में कितनी विदेशी चीजों का उपयोग होता है. आपको पता ही नहीं होता है कि कंघी और दांत वाली पिन भी विदेशी है. हमें मालूम ही नहीं है.
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उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सैन्य बल की ताकत से शुरू हुआ था. अब यह जनबल से आगे बढ़ेगा यानी जनबल का मेरा मतलब होता है जन-जन देश के विकास के लिए भागीदार बनें. हम इतना तय कर लें कि 2047 जब भारत की आजादी के 100 साल होंगे. विकसित भारत बनाने के लिए तत्काल भारत की अर्थव्यवस्था को चौथे से तीसरे स्थान पर ले जाने के लिए, अब हम कोई विदेशी चीज का इस्तेमाल नहीं करेंगे. देश को बचाना और बनाना है तो ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैनिक की जिम्मेदारी नहीं है, ऑपरेशन सिंदूर 140 करोड़ नागरिकों की भी जिम्मेदारी है.
पीएम मोदी ने नाम लिए बगैर चीन को संदेश देने की कोशिश की क्योंकि चीनी उत्पाद त्योहारी सीजन में धड़ल्ले से भारत के बाजारों में बिकते हैं. उन्होंने कहा कि आज से 20-25 साल पहले कोई विदेश से आता था तो उनको लिस्ट भेजते थे कि ये सामान ले आना. आज जो विदेश से आते हैं, वो पूछते हैं कुछ लाना है तो इधर वाले कहते हैं कि यहां सब उपलब्ध है, कुछ मत लाओ. हमें मेड इन इंडिया पर गर्व होना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'यह वीरों की भूमि है. अब तक जिसे हम छद्म युद्ध कहते थे, 6 मई के बाद जो दृश्य देखने को मिला, उसके बाद हम अब इसे छद्म युद्ध कहने की गलती नहीं कर सकते. कारण स्पष्ट है- जब मात्र 22 मिनट के भीतर 9 आतंकवादी ठिकानों की पहचान कर उन्हें नष्ट कर दिया गया, तो यह एक निर्णायक कार्रवाई थी और इस बार सब कुछ कैमरों के सामने किया गया, ताकि घर पर कोई सबूत न मांग सके.'
उन्होंने कहा, '6 मई की रात जो लोग मारे गए, पाकिस्तान में उनके जनाजों को स्टेट ऑनर दिया गया. उनके ताबूतों पर पाकिस्तान के झंडे लगाए गए, वहां की सेना ने उनको सैल्यूट किया. ये सिद्ध करता है कि आतंकवादी गतिविधि प्रॉक्सी वॉर नहीं है, ये आपकी (पाकिस्तान) सोची-समझी युद्ध की रणनीति है, आप वॉर ही कर रहे हैं, तो उसका जवाब भी वैसे ही मिलेगा.' (आईएएनएस इनपुट के साथ)