ZEE UP Uttarakhand Conclave: ज़ी यूपी-उत्तराखंड के कॉन्क्लेव 'ब्रांड मेकर्स ऑफ यूपी' में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ जिसके आयोजन को लेकर विपक्ष लगातार खामिया और दुष्प्रचार करता रहा, उसका सफल आयोजन सनातन के स्वर्ण काल का चरमोत्कर्ष दिखाता है. इतना ही नहीं आस्था और अर्थव्यवस्था के संबंध को पहली बार भाजपा सरकार ने साबित कर दिखाया है.
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ZEE UP Uttarakhand Conclave: ज़ी यूपी-उत्तराखंड के कॉन्क्लेव 'ब्रांड मेकर्स ऑफ यूपी' में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से महाकुंभ के सफल आयोजन को लेकर खूब सवाल जवाब हुए. जब उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से पूछा गया कि महाकुंभ में जैसा की 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान था लेकिन 66 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे. जिस तरह अनुमान से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे लेकिन फिर यह आयोजन इतना व्यवस्थित और सफल रहा तो सरकार ने इसकी योजना कैसे तैयार की.
इस पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि 2014 से पहले जो भी सरकारें थी वो तुष्टीकरण की राजनीति करती थीं, सनातन धर्म, उसकी परंपरा और विरासत को आगे बढ़ाने के बजाय उन्हें दफन किया जा रहा था. काशी विश्वनाथ के मंदिर का कॉरिडोर...इससे पहले किसी भी सरकार ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर की चिंता नहीं की. सम्मेलन में जीयूपीयूके एडिटर रमेश चंद्रा ने स्वास्थ्य मंत्री को मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया.
"पीएम मोदी ने भारत की संस्कृति को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाया"
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने केदारनाथ त्रासदी का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से पीएम मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ का पुनर्स्थापन हुआ है वह एक मिसाल है. देश के पैमाने पर सनातन धर्म में जो आस्था और इतिहास के बिंदु हैं. जिनमें लोगों की आस्था है उनका केवल पुनर्उत्थान ही नहीं हुआ बल्कि पीए मोदी ने भारत की संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाने का काम किया है.
संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाया
ब्रजेश पाठक ने कहा कि नमामि गंगे का गठन हुआ, इससे पहले नमामि गंगे विभाग के बारे में चर्चा ही नहीं होती थी. मां गंगा की सफाई के अभियान चले और व्यवस्थित ढंग से चले, 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी संस्कृति को धरातल पर जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है. हमारी सरकार लोगों की भावनाओं के अनुरूप काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के अलावा मां विध्यवासिनी के दरबार को भी व्यवस्थित ढंग से सजाया और संवारा गया. वहां भी कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है. अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण मोदी जी की अगुवाई में हुआ, जो सनातन धर्म के लिए बड़ी उपलब्धि है.
पिछले कुंभ से हो रही थी महाकुंभ की तैयारी
ब्रजेश पाठक ने बताया कि महाकुंभ के आयोजन की तैयारी कोई साल-छह महीने में नहीं हुई बल्कि पिछली बार जब प्रयागराज में कुंभ हुआ था उस समय से ही महाकुंभ के लिए तैयारी शुरू कर दी गई थी. प्रयागराज के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया गया. कनेक्टिविटी बढ़ाई गई. जो भी मार्ग प्रयागराज से जुड़ते हैं वहां से गुजरते हैं उनका चौड़ीकरण हुआ, विस्तार हुआ. शहर को सजाया, संवारा गया. फ्लाईओवर्स बनाए गए, एयरपोर्ट को आधुनिक बनाया गया रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाया गया. जिसके चलते प्रयागराज आज भारत का एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल बनकर उभरा है. प्रयागराज में महाकुंभ के समापन के बाद दुनिया ने सनातन की ताकत को समझा. लोगों नें उम्मीद भी नहीं की होगी कि ऐसा भी हो सकता है.
विपक्ष की मंशा हुई फेल- ब्रजेश पाठक
महाकुंभ के आयोजन को लेकर विपक्ष के आरोपों को जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि विपक्ष ने महाकुंभ के आयोजन पर खूभ निशाना साधा, जब महाकुंभ आरंभ हुआ तो समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि ट्रेनें खाली आ रही हैं. उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को असफल बताने की पूरी कोशिश की. वो तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं. क्या वो यह कह सकते हैं कि मक्का-मदीना में हज फ्लॉप हो गया. इन्हें भारत की संस्कृति से सनातन संस्कृति से कोई लेना देना नहीं है. महाकुंभ में 66 करोड़ श्रद्धालुओं का पहुंचना दर्शाता है कि यह भारत की सनातन संस्कृति का चरमोत्कर्ष है.
सनातन का स्वर्णिम काल
ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत जिन राज्यों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकारें काम कर रही हैं वहां सनातन का स्वर्णिम काल चल रहा है. और यह धीरे-धीरे पूरे देश में फैल रहा है.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना
ब्रजेश पाठक ने यूपी में सरकार के विपक्षी दलों को ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार के विपक्ष को भी खूब निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल भारत से अलग थोड़े ही है यह वह प्रदेश है जहां स्वामी विवेकानंद जैसे महापुरुष हुए, जिन्होंने विश्वभर में सनातन का अलख जगाया. स्वामी विवेकानंद ने पश्चिम बंगाल से ही भारत की संस्कृति का बिगुल फूंका था. पश्चिम बंगाल की धरा स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस जैसों महापुरषों की जननी रही है. लेकिन ममता बनर्जी वहां तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार वोट की राजनीति नहीं करती, सनातन संस्कृति को जीवंत रखती है.
आस्था का अर्थव्यवस्था से रिश्ता
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आस्था अर्थव्यवस्था से जुड़ी है यह बात पहले भी लोगों को पता थी, लेकिन इसे साबित करना नहीं आया. जब करोड़ों लोग महाकुंभ में आएंगे तो तमाम तरह की खरीदारी करेंगे, कहीं रहेंगे, खाना भी खाएंगे, मनोरंजन के साधन भी इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने बताया कि महाकुंभ में जब होटल में जगह नहीं थी तो प्रयागराज के स्थानीय लोगों ने अपने घरों के कमरे किराये पर दिये...इस तरह करोड़ों को लोगों का प्रयागराज में आगमन हजारों लाखों की रोजी-रोटी और आमदनी का जरिया भी बना.
गंगा-जमुनी तहजीब
ब्रजेश पाठक ने कहा कि पीएम मोदी की यही परिकल्पना है सबका साथ सबका विकास. उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ सभी जातियों और वर्गों के लोगों उनकी आर्थिक स्थित के आधार पर मिलता है ना कि जाति और धर्म के आधार पर.
सनातन के स्वर्ण काल से बनेगा 2027 में सत्ता का रास्ता !
जब उपमुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या सनातन के स्वर्ण काल से 2027 में भाजपा के लिए सत्ता का रास्ता तैयार हो रहा है. तो उन्होंने जवाब दिया कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव के लिए काम नहीं करती. हम हर दिन, हर सप्ताह और पूरे साल 24 घंटे जनता के लिए काम करते हैं. उनके सुख-दुख में रहते हैं. कोरोना काल में जहां दूसरी पार्टी के लोग छुपे बैठे रहे भाजपा का कार्यकर्ता सड़कों पर निकलकर लोगों की सेवा कर रहा था, उन्हें भोजन उपलब्ध करा रहा था.
उपचुनाव में भाजपा की जीत विपक्ष के लिए सबक
लोकसभा चुनाव में भाजपा और सहयोगी दलों का झटका और फिर यूपी उपचुनाव में जबरदस्त कमबैक कैसे हुआ? इस सवाल के जवाबप में डिप्टी सीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने जो गलत नरैटिव सेट किया था. दुष्प्रचार किया था उसका खामियाजा उन्हें यूपी उपचुनाव में भुगतना पड़ा. विपक्ष फर्जी बातें करता है. तुष्टिकरण की पॉलिटिक्स करते हैं. केवल सत्ता के लिए राजनीति करते हैं. जब से पैदा हुए तब से उनके मुंह में चांदी का चम्मच है. इन्हें पता ही नहीं ब्रेड और रोटी में क्या अंतर होता है. इन्होंने गरीबी को किताबों में पढ़ा है गरीबी को महसूस नहीं किया.
कुल मिलाकर ज़ी यूपी-उत्तराखंड के कॉन्क्लेव 'ब्रांड मेकर्स ऑफ यूपी' कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने न केवल महाकुंभ के सफल आयोजन की स्ट्रेटजी को जनता के सामने रखा बल्कि उन्होंने विपक्ष के आरोपों का तर्कपूर्ण जवाब भी दिया.