यूपी में किसानों को गेहूं बेचने पर सत्यापन से मिली राहत, योगी सरकार का बड़ा फैसला
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यूपी में किसानों को गेहूं बेचने पर सत्यापन से मिली राहत, योगी सरकार का बड़ा फैसला

UP Latest News: यूपी के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. अब गेहूं विक्रय पर सत्यापन से राहत मिल गई है. आपको बता दें कि यह कदम किसानों को समय पर लाभ दिलाने और अनावश्यक झंझटों से बचाने के उद्देश्य से उठाया गया है.

CM yogi adityanath
CM yogi adityanath

UP Hindi News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों के हित में एक और बड़ा फैसला लिया है. आपको बता दें कि 100 कुंतल से अधिक गेहूं विक्रय पर भी सत्यापन की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है. अब किसान बिना किसी जटिल प्रक्रिया के अपना गेहूं आसानी से बेच सकेंगे. सरकार का यह कदम किसानों को समय पर लाभ दिलाने और अनावश्यक झंझटों से बचाने के उद्देश्य से उठाया गया है.

अब 3 गुना तक अनुमानित उत्पादन की बिक्री संभव
खाद्य विभाग द्वारा जारी नई व्यवस्था के तहत, अब किसान अपने अनुमानित उत्पादन के तीन गुने तक गेहूं की बिक्री कर सकेंगे. इससे उन किसानों को बड़ी राहत मिलेगी, जिनके अभिलेखों में किसी प्रकार की त्रुटि या गड़बड़ी होती है, जिसके चलते उन्हें फसल बेचने में कठिनाई का सामना करना पड़ता था.

सरल हुआ सत्यापन का सिस्टम
खाद्य एवं रसद विभाग ने सत्यापन प्रक्रिया को और अधिक सरल और पारदर्शी बना दिया है. अब किसानों को बार-बार दस्तावेजों की जांच या विभागीय चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
योगी सरकार का यह निर्णय किसानों के हितों की रक्षा और कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है. इससे गेहूं विक्रय प्रक्रिया आसान होगी और किसानों को समय पर भुगतान मिल सकेगा. 

प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए 17 मार्च से गेहूं खरीद शुरू हो चुकी है, जो 15 जून तक जारी रहेगी. इस बार सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये प्रति कुंतल तय किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 150 रुपये अधिक है.

6500 केंद्रों पर होगी खरीद, 48 घंटे में भुगतान
प्रदेशभर में 6500 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां किसान अपनी फसल बेच सकेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को उनकी फसल का भुगतान 48 घंटे के भीतर कर दिया जाए. किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मोबाइल केंद्रों के माध्यम से गांवों में जाकर भी गेहूं की खरीद की जाएगी.

अब तक 2.65 लाख किसानों ने कराया पंजीकरण
इस वर्ष गेहूं बिक्री के लिए 1 मार्च से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हुई थी, किसानों को गेहूं बेचने के लिए खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in या मोबाइल ऐप UP KISHAN MITRA पर पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा. इस बार बटाईदार किसान भी पंजीकरण कराकर गेहूं बेच सकेंगे.

खरीद सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक
खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार, रविवार और अन्य अवकाशों को छोड़कर गेहूं की खरीद हर दिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक होगी. किसानों की सुविधा के लिए विभाग ने टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 18001800150 जारी किया है, जिससे वे किसी भी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं.

गेहूं बेचने से पहले रखें ये सावधानियां
खाद्य एवं रसद विभाग ने किसानों से अनुरोध किया है कि वे गेहूं को अच्छी तरह सुखाकर, साफ-सुथरा करके ही क्रय केंद्रों पर लाएं। गेहूं में मिट्टी, कंकड़, धूल आदि नहीं होनी चाहिए.

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