अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मोबाइल 5जी नेटवर्क सर्विस को लॉन्च कर दिया है. ट्रंप की मोबाइल 5जी नेटवर्क सर्विस एक नई वायरलेस सर्विस है, जिसका लक्ष्य पूरे अमेरिका में 5G कवरेज को पहुंचाना है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को हाईस्पीड नेटवर्क की सुविधा देना है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आजकल एक राजनेता, एक प्रशासक से ज्यादा बड़े कारोबारी बन चुके हैं. लीडर से सेलर बन गए हैं. अक्सर अमेरिकी राष्ट्रपति दूसरे देशों को सैन्य शक्तियों के दम पर डराया करते थे, लेकिन ट्रंप सबसे अलग हैं. इसीलिए अब वो डराने के लिए भी कारोबारी डील का हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं. ट्रंप अब अपने कारोबारी धमकी का इस्तेमाल दुनिया की टॉप 10 कंपनी में शामिल दो कंपनियों के खिलाफ कर रहे हैं. दिलचस्प बात ये हैं कि ने ट्रंप बार धमकी नहीं दी है बल्कि खुद एक कारोबार बनकर बाजार में उतर चुके हैं और उनका मुकाबला अमेरिका की दो कंपनियों के साथ है. एपल CEO टिम कुक और अपने दोस्त एलन मस्क को सबक सिखाने के लिए ट्रंप ने टेलीकॉम और मोबाइल सेक्टर में नया ऐलान कर दिया है.
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मोबाइल 5जी नेटवर्क सर्विस को लॉन्च कर दिया है. ट्रंप की मोबाइल 5जी नेटवर्क सर्विस एक नई वायरलेस सर्विस है, जिसका लक्ष्य पूरे अमेरिका में 5G कवरेज को पहुंचाना है और ज्यादा से ज्यादा लोगों को हाईस्पीड नेटवर्क की सुविधा देना है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर और एरिक ट्रंप ने द 47 प्लान के नाम से मोबाइल सर्विस लॉन्च किया है. शुरुआती प्लान के तहत अमेरिका में लोगों को इस सुविधा को लेने के लिए 3,950 रुपये चुकाने होंगे. इस प्लान के तहत अनलिमिटेड टॉक टाइम, टेक्स्ट मैसेज और डेटा की सुविधा होगी.
डोनाल्ड ट्रंप के दोस्त एलन मस्क भी स्टारलिंक के नाम से पूरे अमेरिका में सैटेलाइट इंटरनेट और कॉलिंग की सुविधा देते हैं. पिछले दिनों मस्क और ट्रंप के बीच काफी ज्यादा झगड़ा बढ़ गया था. ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या टेलीकॉम सेक्टर में उतरकर ट्रंप मस्क को चुनौती देना चाहते हैं. वैसे ट्रंप अपने देश की मोबाइल कंपनी एपल को भी टक्कर देने की तैयारी में है. आपको याद होगा कि पिछले महीने ट्रंप ने एपल को भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग नहीं करने की चेतावनी दी थी. हालांकि एपल ने ट्रंप के बातों पर ध्यान नहीं दिया. ऐसा लगता है एपल की अनदेखी को ट्रंप सीरियसली ले चुके हैं, इसलिए ट्रंप ने 5जी मोबाइल सर्विस के साथ-साथ स्मार्टफोन भी लेकर आ रहे हैं.
द टी1 फोन
इस स्मार्टफोन का नाम है 'द टी1 फोन'. सिल्वर कलर के इस स्मार्टफोन की कीमत 499 डॉलर यानी 42 हजार रुपये होगी. इस फोन को अगस्त में लॉन्च किया जाएगा. फिलहाल इस फोन की प्री बुकिंग शुरू हो चुकी है. 8500 रुपये देकर इस फोन की प्री बुकिंग की जा सकती है. दिलचस्प बात ये है कि ट्रंप ने इस फोन को राष्ट्रवाद के नाम पर बेचने की रणनीति अपनाई है. इस फोन में लिखा है 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन'.
डोनाल्ड ट्रंप का क्या-क्या कारोबार
डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन रियल एस्टेट, होटल, गोल्फ रिसॉर्ट्स के लिए जानी जाती है. लेकिन ट्रंप धीरे-धीरे कई और कारोबार में उतर रहे हैं. पहले उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में अपना कारोबार शुरू किया और अब टेलीकॉम सेक्टर में उतर चुके हैं. हालांकि बड़ा सवाल ये हैं कि ट्रंप के मोबाइल की मैन्युफैक्चरिंग कहां होगी और मोबाइल बनाने में जिस प्रोडक्ट्स की जरूरत होगी उसका इंपोर्ट वो कहां से करेंगे. क्योंकि ये तय है कि मोबाइल सेक्टर जितनी मांग है उसको पूरा करने लिए अगर ट्रंप अमेरिका में मोबाइल बनाते हैं तो मोबाइल की कीमत ज्यादा हो जाएगी. तो क्या ट्रंप भी भारत या चीन में मोबाइल बनाएंगे या एपल के ऊपर टैरिफ लगाकर आईफोन को महंगा कर देंगे.
31.70 करोड़ मोबाइल यूजर्स
अमेरिका में 31.70 करोड़ मोबाइल यूजर्स हैं और करीब 91 फीसदी अमेरिका की व्यस्क जनता स्मार्टफोन का इस्तेमाल करती है. जबकि अमेरिका के स्मार्टफोन बाजार पर एपल का कब्जा है. अमेरिका में 100 मोबाइल में से 52 मोबाइल एपल को बिकते हैं जबकि 100 में से 24 मोबाइल सैमसंग के बिकते हैं. दोनों कंपनी अपने प्रोडक्ट और क्वालिटी की वजह से अमेरिकी बाजार में बेहद मजबूत है. ऐसे में ट्रंप के लिए अमेरिका में अपना मोबाइल बेचना आसान नहीं होगा!