मार्केट में Jio और Airtel के दबदबे के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान! बोले- सिर्फ दो कंपनियां...
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मार्केट में Jio और Airtel के दबदबे के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान! बोले- सिर्फ दो कंपनियां...

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भारत के टेलीकॉम सेक्टर में केवल दो बड़ी कंपनियों का दबदबा (Duopoly) अच्छा नहीं है. उनका मानना है कि सरकार की जिम्मेदारी है कि हर सेक्टर में ज्यादा ऑप्शन और स्वस्थ मुकाबला बने.

मार्केट में Jio और Airtel के दबदबे के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान! बोले- सिर्फ दो कंपनियां...

केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि भारत के टेलीकॉम सेक्टर में केवल दो बड़ी कंपनियों का दबदबा (Duopoly) अच्छा नहीं है. उन्होंने Broadband India Forum में बोलते हुए कहा कि देश में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए. उनका मानना है कि सरकार की जिम्मेदारी है कि हर सेक्टर में ज्यादा ऑप्शन और स्वस्थ मुकाबला बने, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं और कम कीमतों पर सुविधा मिल सके.

अभी किनका दबदबा है?
इस समय भारत के टेलीकॉम सेक्टर में Reliance Jio और Bharti Airtel ही मुख्य रूप से 4G और 5G सेवाएं दे रही हैं. वहीं Vodafone Idea भारी कर्ज में डूबी हुई है और उसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका देकर अपने भविष्य को लेकर चिंता जताई है. दूसरी ओर सरकारी कंपनी BSNL अब तक पूरे देश में 4G और 5G सेवाएं शुरू नहीं कर पाई है. ऐसे में यह सेक्टर दो कंपनियों के इर्द-गिर्द सिमटता नजर आ रहा है, जो दीर्घकालिक रूप से उपभोक्ताओं के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

सरकार की भूमिका और रुख
सिंधिया ने कहा कि सरकार किसी खास कंपनी या टेक्नोलॉजी के पक्ष में नहीं है. वह पूरी तरह से यूजर सेंट्रिक (ग्राहक केंद्रित) है. उन्होंने Moore’s Law का जिक्र करते हुए कहा कि जैसे-जैसे उपयोग बढ़ता है, कीमतें घटनी चाहिए. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि जहां पहले 1 जीबी मोबाइल डेटा की कीमत ₹287 थी, वहीं आज यह ₹9 तक आ गई है. जबकि विश्व की औसत कीमत $2.49 (लगभग ₹207) है. यानी भारत में डेटा की कीमतें दुनिया की तुलना में सिर्फ 5% हैं.

कॉल दरों में भी आई भारी गिरावट
सिंधिया ने कहा कि कॉल दरें भी अब बहुत सस्ती हो चुकी हैं. पहले एक मिनट की कॉल ₹16 में होती थी, लेकिन अब यह घटकर 0.03 पैसे प्रति मिनट तक आ गई है. उन्होंने डिवाइस मैन्युफैक्चरर्स और चिप कंपनियों से अपील की कि वे किफायती डिवाइसेज बनाएं ताकि डिजिटल डिवाइड (डिजिटल खाई) को कम किया जा सके.

तीन जरूरी पहलू
मंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया के लिए तीन चीजें बेहद जरूरी हैं —
1. टैरेस्ट्रियल फाइबर नेटवर्क (Terrestrial Fiber)
2. सैटेलाइट कनेक्टिविटी
3. सस्ते डिवाइसेज

इन तीनों के जरिए आम लोगों को सशक्त किया जा सकता है ताकि वे तकनीक का उपयोग कर अपने जीवन को बेहतर बना सकें.

नई घोषणाएं: Wi-Fi और सैटेलाइट सेवाएं

सिंधिया ने बताया कि सरकार 6 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को डेलाइसेंस करने की योजना पर काम कर रही है, जिससे देश में तेज और सस्ती Wi-Fi सेवाएं मिल सकें. यह प्रक्रिया 15 अगस्त 2025 तक पूरी करने का लक्ष्य है.

साथ ही उन्होंने बताया कि देश जल्द ही सैटेलाइट सेवाएं भी शुरू करेगा और इसके लिए सैटेलाइट ऑपरेटरों को स्पेक्ट्रम अलॉट किया जाएगा. हालांकि उन्होंने इसकी कोई निश्चित तारीख नहीं दी.

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