DNA: कैब के किराए में प्लेन का सफर, पहले इलेक्ट्रिक विमान ने जगाई उम्मीद
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DNA: कैब के किराए में प्लेन का सफर, पहले इलेक्ट्रिक विमान ने जगाई उम्मीद

DNA Analysis: अभी तक आपने इलेक्ट्रिक कार इलेक्ट्रिक बाइक, इलेक्ट्रिक बस और इलेक्ट्रिक रेल इंजन के बारे में सुना है, इलेक्ट्रिक कार बाइक, बस या रेल इंजन को देखा है लेकिन अब आपको हम इलेक्ट्रिक हवाई जहाज दिखाने जा रहे हैं जिसमें आप कैब से कम कीमत पर हवाई सफर कर सकते हैं.

DNA: कैब के किराए में प्लेन का सफर, पहले इलेक्ट्रिक विमान ने जगाई उम्मीद

DNA Analysis: 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया था, प्लेन के गिरते ही तुरंत उसमें आग लग गई थी और यह आग विमान में भरे फ्यूल की वजह से लगी थी. कल्पना कीजिए अगर उस प्लेन में अगर फ्यूल नहीं होता तो क्या होता शायद आग नहीं लगती. सामान्य तौर पर हर प्लेन में क्रैश के बाद फ्यूल की वजह से ही आग लगती है लेकिन अगर प्लेन बिना फ्यूल के उड़े तो कैसा होगा. जी हां ऐसा होने की संभावना है.

अभी तक आपने इलेक्ट्रिक कार इलेक्ट्रिक बाइक, इलेक्ट्रिक बस और इलेक्ट्रिक रेल इंजन के बारे में सुना है, इलेक्ट्रिक कार बाइक, बस या रेल इंजन को देखा है लेकिन अब आपको हम इलेक्ट्रिक हवाई जहाज दिखाने जा रहे हैं जिसमें आप कैब से कम कीमत पर हवाई सफर कर सकते हैं. अगर आप दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, गुरुग्राम जैसे किसी शहर में 130 किलोमीटर के लिए कैब बुक करते हैं तो आपको कम से कम 3000-4000 रुपये खर्च करने होंगे.

सड़क पर यात्रा के दौरान आप ट्रैफिक जाम में भी फंसेंगे और आपको ट्रैफिक में कई घंटे बिताने होंगे लेकिन आपको 700 रुपये में 130 किलोमीटर की यात्रा करने का मौका मिले. वो भी सड़क पर नहीं बल्कि हेलीकॉप्टर में बिना किसी ट्रैफिक जाम के तो क्या आप इसपर यकीन करेंगे. सुनने में नामुमकिन लगता है लेकिन अब यह सच हो चुका है. एविएशन इंडस्ट्री के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 130 किलोमीटर की हवाई यात्रा पर केवल 700 रुपये खर्च हुए, अमेरिका में बनाए गए इलेक्ट्रिक विमान Alia CX300 ने अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली है.

 

इस विमान में चार यात्री सवार थे और इसने मात्र 30 मिनट में करीब लगभग 130 किलोमीटर की दूरी तय की. इस दौरान इस यात्रा पर केवल 8 डॉलर यानी करीब 680 रुपये खर्च हुए, यानी चार यात्रियों को लेकर उड़े इस विमान को चार्ज करने में केवल 680 रुपये ही खर्च हुए थे, अगर इतनी ही दूरी नॉर्मल हेलीकॉप्टर से तय की जाती, तो ईंधन पर 160 डॉलर यानी 13 हजार 500 रुपये खर्च होते, इलेक्ट्रिक विमान एक बार फुल चार्ज होने पर नॉन-स्टॉप 463 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है.बीटा टेक्नोलॉजीज की ओर से बनाए गए इस इलेक्ट्रिक हवाई जहाज को अमेरिका Federal Aviation Administration से इस साल के आखिर से मंजूरी मिलने की संभावना है.

अगर एविएशन सेक्टर में इलेक्ट्रिक विमानों की एंट्री हो जाती है तो पूरे एविएशन इंडस्ट्री में कई क्रांतिकारी बदलाव आएंगे. पहला - हवाई सफर सस्ता हो जाएगा, क्योंकि विमान कंपनियों का बड़ा खर्च फ्यूल पर होता है. सामान्य तौर पर एयरलाइंस कंपनियां 20-30 फीसदी तक फ्यूल पर खर्च करते हैं. दूसरा - क्रैश होने की स्थिति में आग लगने की संभावना काफी कम हो जाएगी. तीसरा - विमान का वजन भी काफी घट सकता है, क्योंकि फ्यूल की वजह से वजन बढ़ जाता. सामान्य तौर पर आज एक विमान के कुल वजन में 20-50 फीसदी फ्यूल का होता है. फ्यूल के बजाय बैट्री का इस्तेमाल किया जाएगा. चौथा- विमान से होने वाले प्रदूषण में भारी कमी आएगी. पांचवां - इलेक्ट्रिक विमान नॉर्मल विमान के मुकाबले शोर कम करेंगे तो हवाई सफर ज्यादा शांत और आरामदेह होगा.

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