DNA: 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' पर कितना खर्च, ईरान पर गिराए गए बम कितने महंगे? जानें सबकुछ
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DNA: 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' पर कितना खर्च, ईरान पर गिराए गए बम कितने महंगे? जानें सबकुछ

DNA Analysis: युद्ध की एक रणनीति है ART OF DECEPTION यानी चकमा देने का हुनर. इसे लेकर एक कहावत है. अपनी योजनाओं को रात के अंधेरे की तरह अभेद्य बनाएं, और हमला दुश्मन पर वज्रपात की तरह हो. अमेरिका ने ठीक ऐसा ही किया. 

DNA: 'ऑपरेशन मिडनाइट हैमर' पर कितना खर्च, ईरान पर गिराए गए बम कितने महंगे? जानें सबकुछ

DNA Analysis: परमाणु बम से भी खतरनाक वो कौन सा हथियार है जिसे आज ईरान ने लॉन्च कर दिया? वो कौन सा देश है, जो ईरान को इजरायल और अमेरिका के खिलाफ परमाणु बम दे सकता है? और उस ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया गया. जिसमें अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर बम बरसाए? ये तीन बड़े सवाल हैं, और इन तीनों सवालों का विश्लेषण आज हम आपके लिए करने वाले हैं. लेकिन शुरुआत. ऑपरेशन मिडनाइट हैमर से. रविवार को अमेरिका ने ईरान पर अभी तक का सबसे बड़ा हमला किया. अमेरिकी B-2 बॉम्बर्स ने 18 घंटों तक अदृश्य उड़ान भरी. और आधे घंटे में तबाही मचाकर लौट गए. दूसरी तरफ से अमेरिकी पनडुब्बियों ने भी बमवर्षा की. लेकिन ये हमला इतना तीव्र और प्रचंड कैसे था. अब इसका विश्लेषण करते हैं.

 ART OF DECEPTION
युद्ध की एक रणनीति है ART OF DECEPTION यानी चकमा देने का हुनर. इसे लेकर एक कहावत है. अपनी योजनाओं को रात के अंधेरे की तरह अभेद्य बनाएं, और हमला दुश्मन पर वज्रपात की तरह हो. अमेरिका ने ठीक ऐसा ही किया. सबसे पहले 20 तारीख को B-2 बॉम्बर की एक फ्लीट अमेरिका के पश्चिम यानी प्रशांत महासागर की तरफ बढ़ी. सभी को लगा की ये गुआम एयरबेस की तरफ जा रहे हैं. अमेरिका ने इसकी आड़ में ईरान पर अभी तक के अपने सबसे विध्वंसक अटैक का प्लान बनाया.

आधे घंटे में अमेरिका का काम पूरा
इसके एक दिन बाद 21 तारीख को अमेरिका के व्हाइटमैन एय़रफोर्स बेस से 7 B-2 बॉम्बर उड़े. ईरान के रास्ते में ये नॉन स्टॉप बढ़ते रहे. रास्ते में अमेरिकी एयर टैंकर्स इन्हें रिफ्यूअल करते रहे. 18 घंटे की उड़ान भरकर जब बॉम्बर ईरान के करीब पहुंचे तो मिडिल ईस्ट में मौजूद अमेरिकी फाइटर जेट्स ने उन्हें एस्कॉर्ट किया. बॉम्बर ईरान में जैसे ही घुसे. अदन की खाड़ी से अमेरिका की सबमरीन USS जॉर्जिया ने 30 टॉम हॉक मिसाइलें दागीं. इस्फहान न्यूक्लियर साइट पर हमला किया. ईरान में घुसने के बाद बॉम्बर को ईरानी एयर डिफेंस से बचाने के लिए अमेरिका को 4th और 5th जेनरेशन फाइटर जेट्स आसमान में उड़ान भर रहे थे. इसके बाद अमेरिकी बॉम्बर्स ने फोर्डो और नतांज न्यूक्लियर साइट्स पर टारगेट लॉक किया. और 14 GBU-57 मैसिव ऑर्डिनेंस पेनेट्रेशन बम गिरा दिए. 13 हजार किलो के बंकर बस्टर बम ने दोनों न्यूक्लियर साइट्स पर जमकर तबाही मचाई. बताया जा रहा है कि ये हमला 2 बजकर 10 मिनट से 2 बजकर 40 मिनट तक चला. यानी आधे घंटे में अमेरिका का हमला पूरा हो गया.

इस ऑपरेशन में दो चीजें पहली बार हुई हैं-
- 2001 के बाद से ये B-2 स्पीरिट बॉम्बर का सबसे लंबा ऑपरेशन है.
- इसके अलावा ये पहली बार है जब अमेरिका ने GBU-57 बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल किया है.
अमेरिका का ये ऑपरेशन इतना आसान नहीं था. इसकी जटिलता का अंदाजा आप ऑपरेशन मिडनाइट हैमर में इस्तेमाल हथियारों से लगा सकते हैं. टॉमहॉक मिसाइलें. GBU-57 बंकर बस्टर बम. कुल 75 बम और मिसाइलें. अमेरिकी एयरफोर्स के 125 से ज्यादा प्लेन्स . जिनमें 7 B-2 बॉम्बर्स, फाइटर जेट्स, और एयर टैंकर्स शामिल थे. इसके अलावा अमेरिकी नेवी की पंडुब्बी भी ऑपरेशन में शामिल थी.

ये ऑपरेशन जटिल ही नहीं खर्चीला भी था. यहां आपको एक और वॉर QUOTE बता दें. “Who wishes to fight must first count the cost” जो लड़ना चाहता है उसे कीमत का अंदाजा पहले ही लगा लेना चाहिए. अमेरिका के इस हमले में कितना खर्च हुआ है हमने भी उसका एक अनुमान लगाया है.

ऑपरेशन मिडनाइट हैमर की कुल कीमत 2000 से 2500 करोड़ !
अगर 7 B-2 बॉम्बर्स के उड़ान का खर्च निकालें तो 350 करोड़ आता है. 14 GBU-57 बम की कीमत करीब करीब 560 करोड़ है. 30 टॉमहॉक मिसाइलों की कीमत 540 करोड़ रुपये है. इन तीनों को जोड़ दें तो खर्च 1450 करोड़ रुपये आता है. लेकिन इसके अलावा एयर फ्यूलिंग टैंकर और फाइटर जेट्स की उड़ान के खर्च का अंदाया लगाया जाए तो ऑपरेशन मिडनाइट हैमर की कुल कीमत 2000 से 2500 करोड़ हो सकती है.

लेकिन युद्ध में कितनी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसका अंदाजा सिर्फ एक ऑपरेशन के खर्च से नहीं लगता है. युद्ध में पलटवार भी होता है. ईरान आगे क्या करेगा ये देखना भी दिलचस्प होगा. इस बीच अमेरिकी B-2 बॉम्बर्स के वापस व्हाइटमैन एयरफोर्स बेस पहुंचने की तस्वीरें सामने आई हैं. इन बॉम्बर्स ने 37 घंटे में 22000 किलोमीटर का नॉनस्टॉप सफर कैसे तय किया. क्या है ये अल्टिमेट-अदृश्य वॉर मशीन हमारे इस वीडियो एक्सप्लेनर में समझिए.

आकाश का वो अदृश्य शिकारी, जिसे 37 घंटे की फ्लाइट में कोई भी रडार पकड़ नहीं पाया. पूर्वी अटलांटिक महासागर, यूरोप और अफ्रीका और मिडिल ईस्ट के 15 से ज्यादा देशों के एयरस्पेस से गुजरा B-2 स्पिरिट बॉम्बर 22 हजार किलोमीटर का सफर. लेकिन इस वॉर मशीन को कोई भी डिटेक्ट नहीं कर पाया.

स्टेल्थ टेक्नीक में बी-2 स्पीरिट बॉम्बर का कोई सानी नहीं है. लेकिन सबसे पहले आपके मन में ये ख्याल आ रहा होगा की आखिर 70 फीट का ये जेट 37 घंटे तक आसमान में उड़ सकता है. इस विमान को पायलट्स ने कैसे नॉन स्टॉप डेढ़ दिन तक उड़ाया. ये समझने के लिए आपको इस बॉम्बर के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन से पहले इसकी बनावट को इन एंड आउट देखना होगा.

इस बॉम्बस को दो पायलट्स उड़ाते हैं. बी टू बॉम्बर में अंदर टॉयलेट से लेकर एक बेडरूम तक मौजूद है. ताकि पायलट्स बीच बीच में आराम कर सकें. बॉम्बर के कॉकपिट में एक छोटा सा रेफ्रिजेटर और ओवन लगा है, जिससे पायलट आसानी से अपना खाना गर्म कर सके. विमान की सीट को आरामदायक बनाया गया है, जिससे पायलट आसानी से लंबी दूरी तक इसे उड़ा सके.

बी टू बॉम्बर को खासतौर पर लंबी उड़ान के लिए बनाया गया. ये एक बार फुल टैंक में 6 हजार किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. लेकिन मिड एयर रिफ्यूअल करने के बाद ये सबसे ज्यादा 24 हजार किलोमीटर की उड़ान भर चुका है.

इस स्टील्थ बॉम्बर का पहली बार 1989 में परीक्षण
इस स्टील्थ बॉम्बर का पहली बार 1989 में परीक्षण किया गया था. इस विमान की स्टेल्थ टेक्नॉलॉजी ऐसी है कि ये दुश्मन के रडार पर एक पक्षी की तरह दिखता है. ये अपने साथ 6 अलग अलग तरह के बम ले जा सकता है. बी-2 बॉम्बर 18 हजार किलो के हथियार कैरी कर सकता है. इसकी कीमत है 18 हजार करोड़ रुपये.

अमेरिकी एयरफोर्स का सबसे ताकतवर जेट
32 साल से बी टू बॉम्बर अमेरिकी एयरफोर्स का सबसे ताकतवर जेट है. 32 सालों की ऑपरेशनल हिस्ट्री में ये बॉम्बर कभी भी दुश्मन के निशाने पर नहीं आया है. कोसोवो वॉर, 1999- युगोस्लाविया पर 500 बम गिराए थे. अफगानिस्तान में ऑपरेशन, 2001-2021- कई तालिबान बेस तबाह किए. इराक वॉर, 2003-2011- 600 बम गिराए थे. ऑपरेशन ऑडेसे डॉन, 2011- लीबिया में 40 बम गिराए. यमन, अक्टूबर 2024- हूति आतंकियों के ठिकानों पर बम बरसाए. और अब आसमान के इसी अदृश्य शिकारी ने ईरान में दो न्यूक्लियर साइट्स हमला किया. और बिना किसी रडार की पकड़ में आए. वापस अपने बेस पर लैंड कर गया.

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