Pakistan News: नागपुर हिंसा पर पाकिस्तान के मौलाना क्यों दिखा रहे दंगाइयों को आइना? पुरानी गलतियों से सबक लेने की दे रहे सलाह
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Pakistan News: नागपुर हिंसा पर पाकिस्तान के मौलाना क्यों दिखा रहे दंगाइयों को आइना? पुरानी गलतियों से सबक लेने की दे रहे सलाह

India Pakistan News in Hindi: महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार रात दंगा करके भले ही दंगाइयों की ब्रिगेड खुद को बहादुर समझ रही हो लेकिन पाकिस्तान के कई मौलाना इससे कतई सहमत नहीं हैं. वे भारत के मुसलमानों को आइना दिखाते हुए पुरानी गलतियों से सबक लेने की सलाह दे रहे हैं. 

Pakistan News: नागपुर हिंसा पर पाकिस्तान के मौलाना क्यों दिखा रहे दंगाइयों को आइना? पुरानी गलतियों से सबक लेने की दे रहे सलाह

Pakistani Reaction on Nagpur Violence: नागपुर के दंगाइयों को पाकिस्तान ने एक्सपोज़ कर दिया है. पहली बार पाकिस्तान से ये साफ-साफ कहा गया कि औरंगजेब की कब्र पर हायतौबा मचाने वाले हकीकत में मुगलों की नाजायज औलाद हैं. अब सवाल ये है कि पाकिस्तानियों के इतना बड़ा बयान देने के पीछे की वजह क्या है. तो वजह ये है कि पाकिस्तानियों को लगता है कि धरना-प्रदर्शन तो दंगाइयों का सिर्फ बहाना होता है. असल मकसद हिंदुओं को टारगेट बनाना होता है. आप ये रिपोर्ट पढ़ेंगे तो चौंक जाएंगे.

पाकिस्तान से नागपुर के दंगों को लेकर सबसे बडी गवाही आई है. जिसने नागपुर में आग लगाने वाले भाईजानों को पूरी तरह EXPOSED कर दिया है. EXPOSED इस लिहाज़ से क्योंकि ये गवाही साबित करती है कि विरोध-प्रदर्शन तो सिर्फ बहाना होता है. असल मकसद हिंदुओं को नुकसान पहुंचाना होता है. 

नागपुर में कैसे हिंदुओं को निशाना बनाया गया?

तो आज हम आपको ये पूरी गवाही बड़ी ही डीटेल के साथ बताने वाले हैं. मगर पहले आपको वो सबूत जानने चाहिएं. जिसने पाकिस्तानियों को ये बोलने पर मजबूर कर दिया कि हिंदुओं को जानबूझकर टारगेट किया गया. नागपुर में सोमवार रात को भागते हुए लोगों पर पत्थर बरसाए जा रहे थे. गली में खड़े होकर हिंदुओं के घरों पर टारगेटेड पत्थरबाजी की गई. 

हिंदुओं की गाड़ियों को चुन-चुनकर तोड़ा गया. जिस गाड़ी में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगी मिली या जिस गाड़ी पर स्वास्तिक दिखाई दिया, उसे तबाह कर दिया गया. दंगाइयों ने हिंदुओं के रेस्टोरेंट और उनके सामान को भी नहीं बख़्शा. दुकानों के बाहर लगे होर्डिंग्स तक तोड़ डाले गए. दंगाइयों को बुलडोजर कार्रवाई का भी डर था. लिहाज़ा JCB तक को फूंक डाला गया. यानी दंगा पूरी तरह सुनियोजित था. 

पाकिस्तानियों ने दिखाया आइना

बीजेपी विधायक ने दावा किया है कि दंगे से पहले मुसलमानों ने पार्किंग से अपनी गाड़ियां हटा दी थी. जिससे दंगे में मुसलमानों की गाड़ियां ना जलें. नागपुर दंगे के इन सनातन विरोधी सबूतों की जितनी चर्चा हिंदुस्तान में की जा रही है ना. उतना ही आक्रोश इन्हें लेकर पाकिस्तान में भी है. 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में पाकिस्तानी ने कहा, 'जो हिंदुओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं. वे फिर से सड़क पर निकल गए, तोड़फोड़ का आगाज कर दिया. आखिर ये कौन सी तब्दीली चाहते हैं. सबसे बड़ी जहालत ये है कि आप उनके धर्म को टारगेट करते हो, आप हिंदुइज्म को टारगेट करते हो. आप उनके मंदिरों को टारगेट करते हो या जो भी उनकी चीजें हैं.'

जानते हैं भारत के दंगाई मुलसमान ये जो पाकिस्तान तक में अपनी भद्द पिटवा रहे हैं. उन्होंने ये बवाल और उत्पात किसके लिए किया. औरंगजेब के लिए. जी हां उसी औरंगजेब के लिए जिसे पाकिस्तानी तक पसंद नहीं करते हैं. उसकी कब्र को बचाने के लिए दंगाई मुसलमानों ने अपने ही देश को फूंक डाला..

दंगाइयों को दे रहे सबक सीखने की सलाह

सोचिए औरंगजेब की जिस क्रब को लेकर पाकिस्तानी तक ये बोल रहे हैं कि इसे बनाने की जरूरत नहीं थी. उस आक्रांता की कब्र को लेकर भारत के कई उपद्रवी मुसलमान सड़क पर उतर गए. हिंदुओं को टारगेट बनाना शुरू कर दिया. वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि कुछ  हिंदूवानी संगठन नहीं चाहते थे कि औरंगजेब जैसे क्रूर शासक की एक भी निशानी हिंदुस्तान में रहे.

असल में तालीम से कुछ नहीं होता. सवाल है कट्टर कठमुल्ला सोच का क्योंकि अगर तालीम से ही आदमी बेहतर ज़िंदगी जीता....तो सिविल इंजीनियरिंग करने वाला ओसामा बिन लादेन 9/11 के हमले को अंजाम ना देता...लेकिन अच्छी बात है कि तबाही के अंजाम तक पहुंच चुके पाकिस्तान में अब लोगों की सोच बदलने लगी है...वो कम से कम अपने मुल्ला-मौलवियों की करतूतों से सबक सीख रहे हैं और भारत के दंगाई मुसलमानों को भी इससे सबक सीखने की सलाह दे रहे हैं.

RSS के मुख्यालय के पास दंगे का मतलब?

आपको बता दें कि नागपुर के दंगाई मुसलमानों की हरकत पर पाकिस्तानी मुसलमान तक शर्मिंदा है. वो नसीहत दे रहे हैं कि लोकतंत्र का मतलब ये नहीं है कि ताकत के दम पर अपनी बात मनवाई जाए बल्कि लोकतंत्र सभी को साथ लेकर चलने का नाम है.

डूब मरना चाहिए नागपुर के उन पत्थरबाजों को. जिन्होंने चुन-चुनकर हिंदुओं के घरों को निशाना बनाया. शर्म आनी चाहिए उन दंगाई मुसलमानों को भी जिन्होंने सुनियोजित तरीके से हिंदुओं की गाड़ियां फूंक डाली. सोचो तुम्हारी हरकत से क्या इज्जत बची है आज तुम्हारी जो पाकिस्तान जैसे मुल्क भी भारत के मुसलमानों को मिलकर रहने का मैसेज दिया जा रहा है.

बताया जा रहा है कि नागपुर के महल इलाके में जिस जगह दंगा हुआ. वो इलाका RSS के मुख्यालय से महज़ एक किलोमीटर की दूरी पर है. लिहाजा दंगाइयों ने सनातनियों को निशाना बनाकर RSS को मैसेज देने की कोशिश की है. हालांकि पाकिस्तानी मुसलमानों का मानना है कि RSS ऐसा संगठन नहीं है, जिसके कारण उसे टारगेट किया जाए. RSS जोड़ने का काम करता है ना की तोड़ने का. ये बात खुद पाकिस्तानियों ने कही है.

पाकिस्तान के मौलाना आखिर क्यों समझा रहे?

जानते हैं कि जिस RSS को भारत के दंगाई भाईजान अपना कट्टर दुश्मन समझते हैं ना. जिस RSS को सिर्फ मैसेज देने के लिए सनातनियों के घरों पर हमला कर दिया जाता है. पाकिस्तान के मौलाना तक उस RSS की तारीफ में कसीदे पढ़ते हैं. 

कुल मिलाकर नागपुर के दंगाइयों को ये समझ लेना चाहिए कि उन्होंने किसी के बहकावे में आकर या अपने मन से देश में जो आग लगाने की कोशिश की है ना. उसके बाद हिंदुस्तान को क्या दुश्मन मुल्क पाकिस्तान में भी वो EXPOSED हो गए हैं. अब कानून अपना काम करेगा. दंगाइयों पर शिकंजा भी कसेगा. मगर इस घटना से उन लोगों को सबक जरूर सीखना चाहिए कि जो सनातनियों को अपना दुश्मन समझते हैं.

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