Iran Israel War: अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमले के 24 घंटे के भीतर ही अपने नए टारगेट का ऐलान कर दिया है. उनके इस फैसले से दुनिया में फिर भूचाल आ गया है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला बोलने के बाद नया टारगेट सेट कर दिया है. ट्रंप ने अपने पुराने बयान से 24 घंटे में पलटी मारते हुए कहा है कि ईरान में तख्तापलट और अयातुल्लाह अली खामेनेई को सत्ता से हटाना एक विकल्प हो सकता है. खबरों में कहा जा रहा है कि अमेरिका को भारी भरकम बस्टर बम और मिसाइल हमलों के बावजूद ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह करने में पूरी तरह कामयाबी नहीं मिली है. उसका परमाणु बम बनाने लायक संवर्धित यूरेनियम पूरी तरह सुरक्षित है.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, राजनीतिक तौर पर रिजीम चेंज यानी सत्ता में बदलाव शब्द का इस्तेमाल करना सही नहीं होगा, लेकिन अगर ईरान की मौजूदा सरकार अपने देश को फिर से महान (MAKE IRAN GREAT AGAIN) बनाने के लिए तैयार नहीं है तो क्या वहां सत्ता में बदलाव नहीं होना चाहिए.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इससे पहले कहा था कि ईरान में अयातुल्ला अली खामेनेई को हटाना उनका मकसद नहीं है. अमेरिका चाहता है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद करे, लेकिन अब उन्होंने इरादा साफ कर दिया है. इससे पहले रविवार को ईरान पर हमले के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्री पेट हेगसेठ ने कहा था कि अमेरिका का निशाना वहां की सरकार को उखाड़ फेंकना नहीं है. अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी ऐसा ही बयान दिया था.
ट्रंप ने रविवार को ऐलान किया था कि अमेरिकी हमलों ने ईरान के परमाणु संयंत्रों को पूरी तरह मिट्टी में मिला दिया है. लेकिन
अमेरिकी मीडिया में ऐसी खबरें हैं और सैटेलाइट इमेज से भी ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिका अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया. फोरडो परमाणु संयंत्र में 12 भारीभरकम बंकर बस्टर बम गिराने के बावजूद परमाणु विकिरण के लीक का कोई संकेत नहीं है, खुद सऊदी अरब, कुवैत और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने इस पर मुहर लगाई है. यानी वहां यूरेनियम भंडार सुरक्षित है.
अब इस्फहान परमाणु संयंत्र पर ऐसे सवाल उठ रहे हैं. अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ जनरल डेन कायने ने ही माना है कि इस्फहान में ही ईरान का 60 फीसदी से ज्यादा संवर्धित यूरेनियम का भंडार मौजूद है. अमेरिकी पनडुब्बी से फायर की गई टॉम हॉक मिसाइल से निशाना साधा गया था. लेकिन हथियार विशेषज्ञ जेफ्री लेविस ने कहा कि इस्फहान की तस्वीरें दिखा रही हैं कि ऊपरी ढांचे को भले ही नुकसान हुआ हो, उसका भूमिगत परमाणु भंडार पूरी तरह महफूज है. लेविस ने कहा कि ये अधूरा हमला है, इस्फहान की अंदरूनी सुरंगों में रखा संवर्धित यूरेनियम पूरी तरह महफूज है. कई अन्य खुफिया सूत्रों ने भी इस्फहान में परमाणु भंडार के बाल बांका न होने की पुष्टि की है.
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार अली शामखानी ने भी कहा था, भले ही ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला किया गया हो, लेकिन खेल अभी खत्म नहीं हुआ है. संवर्धित यूरेनियम, परमाणु कार्यक्रम की तकनीक और हमारी सत्ता अभी भी कायम है. आंख मूंदकर ऐसे हमले का कोई फायदा नहीं हुआ.