इंटरनेट, आज के समय में हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है. इसके बिना जीवन सोचना असंभव सा लगता है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत में इंटरनेट की शुरुआत कैसे हुई?
इंटरनेट की शुरुआत 1969 में हुई थी. अमेरिका के डिफेंस डिपार्टमेंट एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी ने 4 यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर नेटवर्किंग के जरिए कनेक्ट करके इंटरनेट को पॉसिबल बनाया. जिसे ARPANE-एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेटवर्क नाम दिया गया.
1983 में एक नया कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल तैयार किया गया जिसे ट्रांसफर कंट्रोल प्रोटोकॉल या इंटरनेटवर्क प्रोटोकॉल (TCP/IP) कहा जाता है. इसी प्रोसेस की जरिए इंटरनेट से कम्यूनिकेश पॉसिबल हुआ.
इससे पहले किसी भी कंप्यूटर नेटवर्क के पास एक दूसरे से कनेक्ट करने या कम्युनिकेट करने का कोई तरीका नहीं था. साथ ही इस दिन, 1 जनवरी को 'इंटरनेट का बर्थडे' के रूप में मनाया जाता है.
भारत में इंटरनेट की शुरुआत Videsh Sanchar Nigam Limited (VSNL) कंपनी द्वारा 15 अगस्त 1995 में की गई थी. VSNL लाइन के द्वारा भारत के सभी कंप्यूटर्स को दुनिया के अन्य कंप्यूटर्स से कनेक्ट किया गया, जिससे इंटरनेट की शुरुआत हुई.
भारत में इंटरनेट सर्विस चालू होने के 3 साल बाद यानी 1998 में प्राइवेट कंपनी में इंटरनेट की शुरुआत हुई. वहीं आज के समय में ये इतना व्यापक हो गया है कि इसके बिना प्रावेट कंपनी का अस्तित्व भी नहीं बचता है.
साल 2024 की रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर 2023 तक भारत में 2 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या लगभग 95.45 करोड़ से ज्यादा थी. इतनी बड़ी मात्रा में लोग कम उम्र से ही इंटरनेट पर एक्टिव थे.
इंटरनेट पर एक्टिव यूजर्स की अगर बात करें तो इनमें से 38.835 करोड़ यूजर्स ग्रामीण हैं, तो वहीं 55.605 करोड़ यूजर्स शहरों में इंटरनेट पर एक्टिव हैं. अर्बन यूजर्स की संख्या ग्रामीणों से अधिक है.
यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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