हिमाचल प्रदेश में जारी मानसून गतिविधि के बीच, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने पुष्टि की है कि राज्य के सभी प्रमुख बांध स्वीकार्य सुरक्षा सीमाओं के भीतर काम कर रहे हैं.
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Himachal News: हिमाचल प्रदेश में लगातार जारी मानसून गतिविधियों के बीच राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने आश्वस्त किया है कि राज्य के सभी प्रमुख बांध सुरक्षित संचालन सीमाओं के भीतर काम कर रहे हैं.
30 जुलाई को शाम 5 बजे जारी दैनिक बांध स्थिति बुलेटिन के अनुसार, किसी भी बांध का जलस्तर अब तक पूर्ण जलाशय स्तर (FRL) या उच्च बाढ़ स्तर (HFL) को पार नहीं कर पाया है.
बुलेटिन में सतलुज, रावी, ब्यास और यमुना नदी घाटियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर बताया गया कि जल प्रवाह नियंत्रित है, और स्पिलवे डिस्चार्ज व मशीन फ्लो सुरक्षा मानकों के अनुसार संचालित किए जा रहे हैं.
भाखड़ा, पोंग, नाथपा झाकड़ी, कोल डैम और चंबा स्थित चमेरा-1 जैसे प्रमुख जलाशय, हालिया भारी वर्षा के बावजूद सुरक्षित जलस्तर बनाए हुए हैं.
कुछ परियोजनाओं में परिचालन संबंधी दिक्कतें:
-मलाणा-2 हाइड्रो स्टेशन 1 अगस्त 2024 को आई फ्लैश फ्लड के बाद से बंद है.
-लारजी बैराज, पंडोह डैम और सैंज बैराज को भारी सिल्टेशन (गाद जमाव) या मरम्मत कारणों से बंद किया गया है.
-बैरा डैम में भी संयंत्र संचालन स्थगित है और स्पिलवे गेट्स खुले हुए हैं, क्योंकि वहां पानी में घुले कणों (PPM) की मात्रा अधिक पाई गई है.
-एसडीएमए ने कहा, "सभी जलाशयों का जल स्तर सुरक्षित सीमा के भीतर है और फिलहाल किसी भी बांध से बाढ़ का खतरा नहीं है."
प्राधिकरण सभी जलविद्युत ढांचों की सतत निगरानी कर रहा है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है.
भूस्खलन की स्थिति नियंत्रण में
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, राज्य में जारी बारिश के बावजूद भूस्खलन की गतिविधि नियंत्रित बनी हुई है.
30 जुलाई को जारी भूस्खलन निगरानी बुलेटिन के मुताबिक, मंडी, कांगड़ा, शिमला और सोलन जिलों के 22 निगरित स्थलों में से:
-18 स्थानों पर कम गतिविधि
-4 स्थलों पर मध्यम स्तर की भूस्खलन गतिविधि दर्ज की गई है.
-फिलहाल सभी स्थानों को "वर्किंग" श्रेणी में रखा गया है, यानी ये स्थिर हैं लेकिन निरंतर निगरानी में हैं.
राज्य के प्रमुख बांध फिलहाल पूरी तरह सुरक्षित स्थिति में हैं। सरकार और प्रशासन सतर्क हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी में हैं. जनता से अपील है कि वह केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करे और अफवाहों से बचें.