पौंग बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है तथा स्थिति को देखते हुए 1390 फुट के आसपास जलस्तर पंहुचते ही बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा पौंग बांध से ब्यास नदी में पानी छोड़ा जा सकता है, मगर बांध से छोड़ा जाने वाला पानी मंड क्षेत्र के साथ-साथ इंदौरा व साथ लगते पंजाब के क्षेत्रों में तबाही मचा देता है.
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Nurpur News(भूषण शर्मा): हिमाचल में लगातार हो रही तेज बारिश के साथ-साथ पंडोह बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण जिला कांगड़ा की महाराणा प्रताप सागर झील पौंग का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. पिछले आंकड़ों के मुक़ाबले इस बार पौंग बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. आज मंगलवार को पौंग बांध का जलस्तर 1324.08 फुट आंका गया है, जबकि खतरे का निशान 1390 फीट रखा गया है, जब की 1390 फुट के आंकड़े को छू जाने के साथ ही पानी छोड़ दिया जाता है.
अभी पौंग बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है तथा स्थिति को देखते हुए 1390 फुट के आसपास जलस्तर पंहुचते ही बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा पौंग बांध से ब्यास नदी में पानी छोड़ा जा सकता है, मगर बांध से छोड़ा जाने वाला पानी मंड क्षेत्र के साथ-साथ इंदौरा व साथ लगते पंजाब के क्षेत्रों में तबाही मचा देता है. बरसात आते ही इन लोगों के जख्म हरे हो जाते हैं. दो साल पहले भी इन क्षेत्रों में तबाही मची थी. लोगों की जमीनें, घर सहित घरों को जाने वाले रास्ते व पुल बह गए थे. लोगों ने मकानों की छतों पर चढक़र रात बिताई थी और जान बचाई थी. तब आर्मी का सहारा लेकर लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा था. आर्मी के हेलिकॉप्टर भी लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए लगाए गए थे. अब दोबारा ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए पुख्ता इंतजाम होने चाहिए.
सांसद डॉ राजीव भारद्वाज के बोल कांगड़ा-चंबा के सांसद डा. राजीव भारद्वाज का कहना है कि हर बरसात व पौंग बांध के छोड़े गए पानी से मंड क्षेत्र व इंदौरा के गांवों में तबाही आती है. हमेशा इन लोगों के लिए आवाज उठाई है तथा अब भी उठा रहा हूं. बीबीएमबी के अधिकारियों को आदेश दे दिए गए हैं और मैं स्वयं भी इस पर नजर बनाए हुए हूं. लगातार पौंग बांध का जलस्तर बढ़ रहा है.
आपदा कब आ जाए, कब अचानक पौंग बांध का जलस्तर बढ़ जाए और ऐसे में अचानक पानी छोडऩा पड़े तो इसके लिए प्रशासन को आदेश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी स्थिति बनती है, तो समय रहते लोगों व मवेशियों को पहले सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाना सुनिश्चित किया जाए. सांसद राजीव भारद्वाज ने कहा कि जब वह सांसद नहीं थे, तब भी इस क्षेत्र के लिए आवाज उठाई थी और अब भी उठा रहा हूं. उन्होंने कहा कि भविष्य में इसका स्थायी हल हो, जिसके लिए हम लोकसभा में ब्यास नदी के चैनेलाइजेशन की मांग रखेंगे. प्रदेश सरकार को भी इसके लिए सोचना चाहिए.
स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) भवानी सिंह पठानियां ने फोन पर जानकारी देते हुए कहा कि बो जनता से सम्पर्क बनाए हुए है. वही बीबीएमबी को सरकार ने एक दम पानी छोड़ने के बजाए थोडा थोडा पानी बांध से छोड़ने के आदेश पहले ही जारी किए हुए है मै स्वयं बीबीएमबी से सम्पर्क बनाए हुए हुं तो वही जिलाधिश कांगडा व स्थानीय प्रशासन भी जनता व बीबीएमबी से सम्पर्क बनाए हुए है. हर रोज जिस मात्रा मे बांध मे पानी आ रहा है उसे देखते हुए बांध से पानी ब्यास नदी मे छोडा या रहा है. अगर अचानक आपदा आती है ओर भारी मात्रा मे वारिश होती है व पंडोहा बांध से पानी छोडा़ जाता है तो मुश्किल हो सकता है जिस के लिए हम और प्रशासन स्वयं क्षेत्र मे मोर्चा समभाले हुए है.