Nuh Dargah Vandalism: नूंह जिले में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले असामाजिक तत्वों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की. हालांकि, पुलिस प्रशासन की सतर्कता की वजह से कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई. घटना की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया. इससे पहले नूंह में इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया गया था.
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Nuh News Today: हरियाणा के नूंह जिले में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले असामाजिक तत्वों ने साप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की. नूंह जिले के तावडू कस्बे में मौजूद एक दरगाह में तोड़फोड़ की गई. इसकी खबर मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना मिलती ही जिला प्रशासन और पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और आनन फानन में मौके पर पहुंचे.
मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार (14 जुलाई) को यह घटना मोहम्मदपुर-अहीर सराय रोड पर वक्फ बोर्ड की जमीन पर बने एक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल पर हुई. स्थानीय लोग सालों से इस जगह पर पूरे अकीदत और ऐहतराम के साथ धार्मिक रस्मों को करते रहे हैं. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तावडू के एसडीएम जितेंद्र गर्ग, डीएसपी देवेंद्र सिंह, हथीन पुलिस थाने के इंचार्ज राकेश कुमार और मोहम्मदपुर-अहीर थाने के इंचार्ज शीश राम मौके पर भारी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद हैं.
डीएसपी देवेंद्र सिंह ने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाले शरारती तत्वों की जल्द ही पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने का भरासो दिलाया. उन्होंने साफ किया कि वह दूसरे सीनियर अधिकारी खुद हालात का जायजा ले रहे हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. जबकि मोहम्मदपुर-अहीर थाना इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है. जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सिर्फ सरकारी जानकारी पर यकीन करें और अफवाहों से बचें.
इससे पहले 31 जुलाई 2023 में नूंह में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें पांच लोग मारे गए थे और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे. ऐसे में इस साल होने वाली जलाभिषेक यात्रा से पहले हरियाणा सरकार और पुलिस प्रशासन काफी सतर्कता बरत रहा है. हरियाणा सरकार ने नूंह में मोबाइल इंटरनेट सर्विस और मोबाइल नेटवर्क को बंद कर दिया गया था.
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. स्मिता मिश्रा ने इस संबंध में यह आदेश जारी किया है. उन्होंने आगे बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और व्हाट्सएप, फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मोबाइल फोन और एसएमएस के जरिये गलत जानकारी और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को रोक दिया गया था.
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