यमन में केरल की नर्स निमिषा प्रिया की नहीं टली हैं फांसी! विदेश मंत्रालय ने किया क्लियर
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यमन में केरल की नर्स निमिषा प्रिया की नहीं टली हैं फांसी! विदेश मंत्रालय ने किया क्लियर

Nimisha Priya Death Penalty: भारत के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि यमन में निमिशा प्रिया की फांसी पर रोक लगा दी गई है और जनता से अफवाहों से बचने और आधिकारिक अपडेट का इंतजार करने का आग्रह किया है.

यमन में केरल की नर्स निमिषा प्रिया की नहीं टली हैं फांसी! विदेश मंत्रालय ने किया क्लियर

Nimisha Priya Death Penalty: यमन की राजधानी सना में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को फांसी दी जानी थी, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि निमिषा प्रिया को फांसी नहीं दी जाएगी. यमन में भारतीय नर्स के साथ क्या होगा, इस बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, फिलहाल मौत की सजा नहीं दी जाएगी, लेकिन सजा को पूरी तरह से रद्द नहीं किया गया है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और भारत सरकार इस मामले में हर ज़रूरी कदम उठा रही है. उन्होंने कहा, "हमने इस मामले में स्थानीय अधिकारियों और कुछ मित्र देशों की सरकारों के साथ मिलकर काम किया है. नतीजतन, उसकी फांसी फिलहाल टाल दी गई है."

गलत खबरों से बचने की सलाह
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि इस मामले को लेकर कुछ अफ़वाहें और झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं. उन्होंने मीडिया और जनता से अपील की कि वे सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर ही भरोसा करें और सरकार द्वारा पुष्टि किए जाने तक कोई भी झूठी खबर न फैलाएं.

निमिषा प्रिया कौन हैं?
निमिषा प्रिया केरल की 37 साल की नर्स हैं, जो काम के सिलसिले में यमन गई थीं. 2017 में, उन्हें अपने बिज़नेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यमनी अदालत ने 2020 में उन्हें मौत की सज़ा सुनाई. नवंबर 2023 में, यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने भी इस सज़ा को बरकरार रखा.

भारत सरकार के प्रयास
भारत सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है. रणधीर जायसवाल ने बताया कि सरकार ने प्रिया के परिवार को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए एक वकील नियुक्त किया है, जो यमन के शरिया कानून के तहत चल रही इस जटिल प्रक्रिया में उनकी मदद कर रहा है. इसके अलावा, नियमित रूप से कांसुलर मुलाक़ातों की भी व्यवस्था की गई है ताकि प्रिया की स्थिति पर नज़र रखी जा सके और उसे भावनात्मक और कानूनी सहायता मिलती रहे.

समझौते के प्रयास जारी
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि भारत सरकार इस मामले में दूसरे पक्ष (मृतक के परिवार) से बातचीत करके आपसी समझौते का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है, ताकि निमिषा को राहत मिल सके. मंत्रालय ने कहा, "हम परिवार को और समय देने की कोशिश कर रहे हैं ताकि बातचीत के ज़रिए कोई हल निकाला जा सके."

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