NEET UG Paper Leak: यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब कल यानी 4 मई 2025 को पूरे देश में नीट-यूजी (NEET-UG) परीक्षा आयोजित की जा रही थी.
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NEET UG Exam 2025: नीट यूजी एग्जाम में पेपर लीक और मेडिकल कॉलेज में सीट दिलवाने के बदले घूस लेने का बड़ा मामला सामने आया है. स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) ने ओडिशा और राजस्थान से कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि इन्होंने छात्रों को मेडिकल कॉलेज में सीट पक्की कराने के लिए ₹40 लाख की घूस लेकर पेपर लीक करवाया. ओडिशा के भुवनेश्वर में पुलिस ने एक गैंग के 4 सदस्यों को पकड़ा. इनमें बिहार-झारखंड के लोग भी शामिल हैं. ओडिशा से जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया, उनमें ओडिशा के सुनील समंतराय और रुद्र नारायण बेहेरा के अलावा बिहार का अरविंद कुमार और झारखंड का निवासी प्रियदर्शी कुमार शामिल है. इन लोगों ने छात्र को परीक्षा का पेपर देने के नाम पर लाखों की ठगी का प्लान बनाया था.
पुलिस के मुताबिक, ये लोग NEET की तैयारी कर रहे छात्रों को झूठा भरोसा दिलाकर फर्जी तरीके से एडमिशन दिलाने का वादा कर रहे थे. इनके पास से पुलिस ने खाली चेक, 90 लाख रुपये का एक चेक और नकली एडमिट कार्ड जैसे कई दस्तावेज बरामद किए हैं. इन पर छह छात्रों को धोखे में फंसाने का आरोप है. वहीं राजस्थान के जयपुर में वेस्ट जिला पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नीट–यूजी 2025 परीक्षा और पैरा मेडिकल 2025 परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा पास कराने की गारंटी लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों सहित कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में दो परीक्षार्थी और एक डमी कैंडिडेट भी शामिल है. ATS/SOG ने वेस्ट जिला पुलिस को इनपुट दिया और इनपुट को डेवलप करते हुए पुलिस ने करणी विहार थाना इलाके में एक फ्लैट में दबिश दी. जहां से अजीत कुमार, सोहन लाल और जितेंद्र को गिरफ्तार किया है.
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आरोपियों के पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, तीन ब्लूटूथ डिवाइस, परीक्षा संबंधी फर्जी दस्तावेज, 50 हजार रुपए नगद और एक स्कॉर्पियो कार को पुलिस ने बरामद किया है. आरोपियों से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई की सोहन और अजीत के द्वारा फर्जीवाड़ा कर परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग कर परीक्षा पास करने की गारंटी लेकर परीक्षार्थियों से राशि ली जाती है. साथ ही जितेंद्र और उसके अन्य साथियों को डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा में बैठाया जाता है. आरोपियों का एक साथी विशाल रेवाड़ जो उदयपुर आरसीए का स्टूडेंट है, वह परीक्षार्थी और डमी कैंडिडेट की फोटो AI टूल के माध्यम से मिक्स कर फर्जी आधार कार्ड और परीक्षा संबंधी फर्जी दस्तावेज तैयार करता. आरोपी अजीत को नीट परीक्षा में रोहित नामक परीक्षार्थी के स्थान पर डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देनी थी. वहीं पैरामेडिकल परीक्षा में परीक्षार्थी संजय की जगह डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देनी थी.
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