मुंगेर जिले में बाढ़ का कहर अब भी जारी है. भले ही गंगा के जलस्तर में कमी हुई है, लेकिन अभी भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. बाढ़ ने पांच प्रखंडों की लगभग तीन लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ चुकी है. सत्तर हजार से अधिक घर जलमग्न हो चुके है.
मुंगेर जिले में बाढ़ का कहर अब भी जारी है. भले ही गंगा के जलस्तर में कमी हुई है, लेकिन अभी भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. बाढ़ ने पांच प्रखंडों की लगभग तीन लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ चुकी है. सत्तर हजार से अधिक घर जलमग्न हो चुके है.
वहीं, ड्रोन के जरिए ली गई बाढ़ की तस्वीर भयावह लग रही है. कई गांव पंचायत बाढ़ से घिरे नजर आ रहे हैं. घर जगह जलमग्न है. श्रीकृष्ण सेतु पुल के आस पास इलाके लाल दरवाजा मोहल्ला पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित दिख है.
जिले का सदर प्रखंड, जमालपुर प्रखंड ओर बरियारपुर प्रखंड के पंचायत बाढ़ के पानी से घिरे हुए है. तस्वीर बयान कर रही है मुंगेर में किस तरह बाढ़ का पानी तबाही मचाई है और कितना लोगों को नुकसान पहुंचाया है. अब लोगों की उम्मीद है कि सरकार जिले को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करे.
आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि मुंगेर जिले में बाढ़ ने किस तरह से तबाही मचाई है. हर जगह बस पानी ही पानी नजर आ रहा है. ये तस्वीरें बताने के लिए काफी हैं कि बाढ़ से लोगों को कितनी समस्या का सामना करना पड़ रहा होगा.
बाढ़ प्रभावित लोग अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. उनकी एकमात्र उम्मीद है कि सरकार जल्द से जल्द मुंगेर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करे ताकि उन्हें राहत और सहायता मिल सके.
बता दें कि बिहार भारत का सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित राज्य है. यहां हर साल बाढ़ की समस्या एक बड़ी आपदा के रूप में सामने आती है. प्रदेश की करीब 76 फीसदी आबादी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहती है. नदियों का जलस्तर बढ़ता है और कटाव शुरू होता है, जिसकी वजह से आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ आ जाता है.
इनपुट: प्रशांत कुमार
ट्रेन्डिंग फोटोज़