Lalu Yadav 78th Birthday Special: जेपी आंदोलन से लालू यादव के राजनीतिक जीवन को नई दिशा मिली. 1990 में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. चारा घोटालें में जब जेल जाना पड़ा तो अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बना दिया था.
Trending Photos
Lalu Yadav 78th Birthday Special: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव आज यानी 11 जून को अपना 78वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रहे हैं. लालू यादव ने रात 12 बजे ही परिवार के बच्चों के साथ केक काटकर अपना जन्मदिन सेलीब्रेट किया. हालांकि, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ भी जन्मदिन को बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. राजद पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के जन्मदिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया है. इस दौरान राजद कार्यकर्ता पूरे बिहार में कई स्थानों पर गरीब नाथ भोज का आयोजन करेंगे. गरीबों को कपड़े बाटेंगे. भोजन कराएंगे. इसके अलावा आज राबड़ी देवी के आवास पर 78 पौंड का केक काटा जाएगा.
लालू यादव आज अपना 78वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रहे हैं और अगले महीने पार्टी का 29वां स्थापना दिवस मनाएंगे. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि राजद की स्थापना कैसे और किन परिस्थितियों में होगी. 11 जून 1948 को गोपालगंज में जन्मे लालू यादव ने भारतीय राजनीति, खासकर बिहार की सत्ता के गलियारों में जो पहचान बनाई, वह विरले ही किसी नेता को हासिल होती है. एक गरीब परिवार से निकलकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का उनका सफर संघर्षों से भरा रहा है.
ये भी पढ़ें- लालू यादव का 78वां जन्मदिन आज, बेटी मीसा भारती ने कविता लिखकर जताई खुशी
लालू प्रसाद यादव का छात्र जीवन और शिक्षा सामान्य रहा. उन्होंने गोपालगंज से स्कूली पढ़ाई की और पटना के बीएन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद पटना लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की. छात्र राजनीति के दौरान ही वह बिहार छात्र संघ के महासचिव चुने गए. जेपी आंदोलन से लालू यादव के राजनीतिक जीवन को नई दिशा मिली. 1977 में आपातकाल के बाद हुए लोकसभा चुनाव में वे पहली बार संसद पहुंचे. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1990 में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. जब लालू यादव को चारा घोटाले में जेल जाना पड़ा, तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बना दिया.
कब और कैसे बनाई राजद?
चारा घोटाले में फंसने के बाद लालू यादव ने 5 जुलाई 1997 को रघुवंश प्रसाद सिंह, कांति सिंह सहित 17 लोकसभा और 8 राज्यसभा सांसदों के साथ मिलकर राजद की स्थापना की थी. पार्टी के स्थापना के साथ ही लालू यादव को अध्यक्ष चुन लिया गया था और तब से लेकर आज तक वही इस पार्टी के अध्यक्ष का पद संभालते रहे हैं. 4 जुलाई 1997 की शाम को पूर्व पीएम इंद्र कुमार गुजराल ने अपने आवास पर नेताओं की एक बैठक बुलाई थी, इसमें लालू यादव भी शामिल हुए थे. इस बैठक में लालू प्रसाद से कहा गया कि वह सीएम पद से इस्तीफा दे दें, लेकिन उनको जनता दल का ही अध्यक्ष रहने दिया जाए. उस वक्त लालू सीबीआई की गिरफ्त में घिर चुके थे. लेकिन लालू की एक बात नहीं सुनी गई. जिसके बाद अगले ही दिन यानी कि 5 जुलाई को लालू ने अपनी अलग राष्ट्रीय जनता दल के नाम से पार्टी बना ली.
बिहार-झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Bihar-Jharkhand News In Hindi और पाएं Bihar-Jharkhand Latest News In Hindi हर पल की जानकारी. बिहार-झारखंड की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!