Mahashivratri 2025 Date: मोहन यादव सरकार का संस्कृति विभाग बड़े स्तर पर महादेव महोत्सव का आयोजन करने जा रहा है. ये आयोजन भोजपुर के साथ- साथ बाकी अन्य नौ जगहों पर भी किया जाएगा जहां बड़े- बड़े कलाकार अपनी प्रस्तुती देंगे, जहां जाने के लिए एंट्री फ्री है.
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Mahadev Mahotsav MP: 26 फरवरी को देशभर में महाशिवरात्रि 2025 का त्योहार पूरे धूम धाम से मनाया जाएगा. महादेव के समर्पित इस त्योहार की तैयारी हर जगह जोर-शोर से की जा रही है. मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी महादेव नवरात्री की शुरूआत हो चुकी है. हर दिन महाकाल को अलग- अलग रूप में श्रंगार कर तैयार किया जाता है जिनके दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं . इसी के साथ मोहन यादव सरकार की संस्कृति विभाग भी पर बड़े स्तर पर महाशिवरात्रि का आयोजन करने जा रही है. सरकार इसके लिए भोजपुर सहित प्राचीन शिवालयों वाले प्रदेश के दस स्थानों पर महादेव महोत्सव आयोजित कर रही है.
महादेव उत्सव का हुआ विस्तार
आपको बता दें कि हर साल प्रदेश सरकार की संस्कृति विभाग रायसेन जिला प्रशासन के साथ भोजपुर शिव मंदिर में महादेव भोजपुर उत्सव आयोजित करती आई है लेकिन इस बार इस उत्सव का विस्तार किया गया है. भोजपुर के साथ - साथ अन्य 9 स्थानों पर भी महादेव महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. इसमें आपको शिव की महिमा को सांस्कृतिक स्वरूप में देखने को मिलेगा.
भक्ती के साथ कला का संगम
भोजपुर के साथ - साथ बाकी नौ स्थानों पर भी महादेव उत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा इन्में पिपलेश्वर महादेव मंदिर-सोनकच्छ (देवास), नरवर (शिवपुरी), कुंडेश्वर धाम-टीकमगढ़, पशुपतिनाथ मंदिर-मंदसौर, नीलकंठेश्वर मंदिर, उदयपुर (विदिशा), नागर घाट-ओंकारेश्वर, जुगलकिशोर मंदिर-पन्ना, देवतालाब मंदिर-मऊगंज और बटेश्वर मंदिर - मुरैना शामिल हैं. यह आयोजन 26 फरवरी यानी महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजित किया जा रहा है. सभी स्थानों पर आपको शिव-सत्य की कला अभिव्यक्तियां देखने के मिलेगी. कार्यक्रम की शुरूआत 26 फरवरी शाम 6:30 बजे से होगी जिसमें भक्तों का प्रवेश निशुल्क रहेगा.
तीन दिन इन कलाकारों की रहेगी प्रस्तुती
भोजपुर शिव मंदिर में महादेव भोजपुर उत्सव तीन दिन यानी 26 से 28 फरवरी तक चलेगा जहां भक्ती और कला का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा. बताया गया है कि पहले दिन प्रसिद्ध सितार वादक ऋषभ रिखिराम शर्मा अपनी प्रस्तुती देंगे. वहीं आखरी दिन यानी 28 फरवरी को इंडियन आयडल फेम अरुणिता कांजीलाल अपनी गायकी से कार्यक्रम का संमा बांधेंगी.
26 फरवरी को श्रद्धालु ऋषभ रिखीराम शर्मा की प्रस्तुति के साथ- साथ शिव भाई गुप्ता, खरगोन का लोकगायन, अभिलाष चौबे, सागर का बधाई लोकनृत्य, हीरामणि वर्मा और उज्जैन का मटकी लोकनृत्य का आनंद ले पाएंगे.
वहीं 27 फरवरी को अंशुल प्रताप सिंह एवं साथी, भोपाल द्वारा ताल वाद्यकचहरी में शिव तांडव की प्रस्तुति के साथ अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में डा. हरिओम पंवार, अनामिका अंबर, विष्णु सक्सेना, बलराम श्रीवास्तव, अमन अक्षर और लक्ष्मण नेपाली के कविता पाठ से भक्तों का मनोरंजन होगा.
28 फरवरी यानी उत्सव के आखरी दिन राजकुमार ठाकुर, सागर का लोकगायन, संजय महाजन, बड़वाह का गणगौर नृत्य, अमित घारू, सागर का बरेदी एवं नौरता नृत्य, अरुणिता कांजीलाल, नचिकेल लेले एवं समूह का सुगम संगीत से इस उत्सव का समापन होगा.