Suvendu Adhikari: अधिकारी ने कहा कि कोर्ट से उन्हें और पांच विधायकों को एसपी से मिलने की अनुमति मिली थी. इस दौरान खगराबाड़ी में उनके काफिले पर हमला किया गया.
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पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमले को लेकर राजनीति गरम है. मंगलवार को कूचबिहार में हुई इस घटना पर राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है. इस पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने तंज कसते हुए कहा कि हमले का कारण राज्यपाल को अच्छी तरह पता होना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में बंगालियों पर हो रहे अत्याचार और बंगाली भाषा के अपमान से लोगों में आक्रोश है और यह हमला उसी का नतीजा है.
कारण भी जानना जरूरी..
असल में कुनाल घोष ने कहा कि राज्यपाल को यह पता होना चाहिए कि बीजेपी शासित राज्यों में बंगाली भाषा का अपमान हो रहा है, बंगाली बोलने वाले भारतीयों पर अत्याचार हो रहा है. लोग नाराज हैं. राज्यपाल सिर्फ प्रतिक्रिया पर रिपोर्ट मांग रहे हैं, लेकिन कारण भी जानना जरूरी है.
गाड़ी के शीशे तक तोड़
इससे पहले शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया था कि उनका काफिला कूचबिहार जिले में हमला का शिकार हुआ और स्थिति इतनी गंभीर थी कि अगर वह बुलेटप्रूफ गाड़ी में न होते तो शायद जिंदा नहीं बचते. उन्होंने दावा किया कि हमलावर बांग्लादेशी मुस्लिम और रोहिंग्या थे और उन्होंने उनकी गाड़ी के शीशे तक तोड़ दिए.
अधिकारी ने कहा कि कोर्ट से उन्हें और पांच विधायकों को एसपी से मिलने की अनुमति मिली थी. इस दौरान खगराबाड़ी में उनके काफिले पर हमला किया गया. उन्होंने सीधे तौर पर राज्य मंत्री उदयन गुहा और कूचबिहार के एसपी द्युतिमान भट्टाचार्य पर हमले की साजिश का आरोप लगाया. अधिकारी का कहना है कि हमलावरों को जानबूझकर बुलाया गया और उनकी हत्या की कोशिश की गई.
अधिकारी ने यह भी कहा कि बंगाल में लोकतंत्र पूरी तरह ढह चुका है. उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि उन्होंने सीमा क्षेत्र से घुसपैठियों को हटाने की मांग उठाई थी, इसलिए उन पर हमला किया गया. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि वह उदयन गुहा और एसपी के खिलाफ कोर्ट में मामला लड़ेंगे. Ians Input