Sawan Somvar 2025: सावन के तीसरे सोमवार को गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, लग रहे भोले के जयकारे
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Sawan Somvar 2025: सावन के तीसरे सोमवार को गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, लग रहे भोले के जयकारे

Ghaziabad Dudheshwar Nath temple: गाजियाबाद के प्राचीन दुधेश्वर नाथ मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को भी भक्तों का तांता लगा रहा. लोग आधी रात से ही मंदिर के बाहर लाइन में लगना शुरू कर दिए थे. 

Ghaziabad Dudheshwar Nath temple
Ghaziabad Dudheshwar Nath temple

पीयुष गौड/Sawan Third Somwar 2025: आज 28 जुलाई को सावन का तीसरा सोमवार है. मान्‍यता है कि आज भगवान शिव के नीलकंठ, नटराज और महामृत्युंजय स्वरूप की पूजा करने से बहुत लाभ होता है. उस पर आज तीसरे सावन सोमवार पर शिव योग और रवि योग का शुभ संयोग भी बन रहा है.  गाजियाबाद की प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में सावन के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. सिद्ध पीठ मंदिर दूधेश्वर नाथ में सवेरे से भक्तों का तांता उमड़ता हुआ नजर आ रहा है, जहां किलोमीटर लाइन में लगकर भक्त अपने भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. मंदिर के बाहर तकरीबन डेढ़ किलोमीटर लंबी महिला और पुरुष की अलग-अलग दो लाइनें लगी हुई हैं.

भक्तों में ऊर्जा और उत्साह 
सावन सोमवार पर भक्तों में ऊर्जा और उत्साह नजर आ रहा है. पूरा मंदिर प्रांगण भगवान शिव के जयकारों से गूंजता हुआ नजर आ रहा है. लोग शिव के जयकारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं. भक्तों ने बताया कि लगभग आधे घंटे के इंतजार के बाद दर्शन के लिए यहां पहुंचे हैं और ऐसे में उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और मैं भगवान से जो भी मांगेंगे भगवान उनकी इच्छा पूरी करेंगे.

रावण और रावण के पिता विश्वास्रवा यहां करते थे पूजा
 पौराणिक मान्यता के अनुसार रावण और रावण के पिता विश्वास्रवा यहां आकर पूजा किया करते थे, जिसके प्रमाण आज भी मंदिर में है. प्राचीन काल में गाय एक टीले पर खुद से दूध देने लगती थी.  खुदाई करने पर वहां स्वयं भू शिवलिंग प्रकट हुआ जिसे दूधेश्वर नाथ के नाम से बुलाया गया. ये मंदिर तब से भक्तों के बीच भारी आस्था का केंद है.

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