70's के दशक में कई ऐसी एक्ट्रेसेस आई थीं जिनके काम को फैंस ने खूब पसंद किया. उनमें से एक दीप्ति नवल भी हैं लेकिन एक दौर में वो डिप्रेशन में चली गई थीं.
एक्ट्रेस दीप्ति नवल ने साल 1978 में फिल्मी दुनिया में कदम रखा. लेकिन उन्हें लोकप्रियता 1980 में आई फिल्म एक बार फिर से मिली. इस फिल्म का निर्देशन विनोद पांडे ने किया था और दीप्ति नवल के साथ इस फिल्म में सुरेश ओबरॉय थे.
इसके बाद फिर 1981 में दीप्ति नवल की फिल्म चश्मेबद्दूर बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई. दीप्ति नवल को उस समय तक इंडस्ट्री में खास पहचान मिल चुकी थी. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद दीप्ति डिप्रेशन का शिकार हो गई थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, दीप्ति नवल ने कहा, 'मैंने एक फ्लैट खरीदा था और उस समय में लोगों के लिए अपार्टमेंट लेना बहुत बड़ी बात होती थी. फ्लैट लेने के बाद मैं अपने दोस्तों के साथ पार्टी करती थी.उस समय मेरे घर में दोस्त आते थे, मीडिया वाले आते थे और फिल्मों के सिलसिले में और लोग भी आते थे. ऐसे में कुछ लोगों को लगा कि मैं देह व्यापार का काम कर रही हूं तो उन्होंने मेरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया.'
एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'उस समय के अखबारों में उल्टी-सीधी बातें भी छपी थी जिसके बाद मैं दिमागी तौर पर परेशान रहने लगी थीं. इसकी वजह से मुझे इंडस्ट्री में काम मिलना भी बंद हो गया था.मैं अंदर ही अंदर घुटने लगी और बाहर निकलना भी बंद कर दिया.'
फिर 1985 में दीप्ति नवल ने निर्देशक प्रकाश झा के साथ शादी की. हालांकि लगभग 17 सालों के बाद 2002 में दीप्ति और प्रकाश झा का तलाक हो गया. इसके बाद उनका नाम विनोद पंडित से भी जुड़ा. आज एक्ट्रेस एक संस्था भी चलाती हैं
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