दहेज प्रताड़ना कानून (IPC 498A) के दुरूपयोग को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है. इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि कैसे अब 498A के मामलों में तुरंत गिरफ्तारी नहीं होगी और 'कूलिंग पीरियड' व 'फैमिली वेलफेयर कमेटी' कैसे काम करेगी. यह फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट की गाइडलाइन्स पर आधारित है, जिसे अब पूरे देश में लागू कर दिया गया है. इस वीडियो में आपके कई सवालों के जवाब मिलेंगे. जैसे सुप्रीम कोर्ट का 498A पर नया फैसला क्या है? 'कूलिंग पीरियड' का क्या मतलब है और यह कितने समय का होगा? फैमिली वेलफेयर कमेटी (परिवार कल्याण समिति) क्या है? इस कमेटी में कौन-कौन शामिल होगा? अब 498A के केस में गिरफ्तारी की प्रक्रिया क्या होगी? झूठे केसों से निर्दोष परिवारों को कैसे मिलेगी राहत? असली पीड़ितों के लिए इस फैसले का क्या मतलब है? यह फैसला सामाजिक संतुलन बनाने और न्याय व्यवस्था में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. जानें कैसे यह बदलाव आपको और आपके परिवार को प्रभावित कर सकता है.