Bihar Engineer Missing in Iran: ईरान और इजरायल में जारी जंग के बीच, सैकड़ों भारतीय नागरिक ईरान में फंसे हुए हैं. बिहार के सीवान के रहने वाले एक इंजीनियर भी बीते कई दिनों से लापता हैं. परिवार ने लापता इंजीनियर का पता लगाने और भारत वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाई है.
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Bihar News Today: ईरान-इजरायल के बीच चल रही जंग की वजह से पूरी दुनिया में अफरा-तफरी का माहौल है. इस जंग दौरान बिहार के सीवान जिले का एक नौजवान सेराज अली अंसारी ईरान में लापता हो गये. सेराज अली पेट्रोलियम कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं और 17 जून से उनका फोन बंद आ रहा है, जिससे उनके परिजनों में गहरी चिंता है.
लापता इंजीनियर सेराज अंसारी सीवान जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के रामापाली गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता हजरत अली ने बताया कि सेराज अली मार्च में सीवान से सऊदी अरब गए थे और फिर 9 जून को सऊदी से ईरान पहुंचे थे. इसी दौरान ईरान और इजरायल के बीच जंग शुरू हो गई. हजरत अली के मुताबिक, 17 जून को आखिरी बार सेराज से बात हुई थी, जिसके बाद से उनका मोबाइल बंद है.
परिजनों ने बताया कि सेराज ने आखिरी बातचीत में यह जरूर कहा था कि वह फिलहाल सुरक्षित हैं, लेकिन उसके बाद से कोई संपर्क नहीं हो सका है. इस स्थिति में परिजनों को उनकी जान को खतरे का अंदेशा सता रहा है. परिवार ने सीवान के जिलाधिकारी को आवेदन देकर भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है और अपील की है कि सेराज को सुरक्षित भारत वापस लाया जाए.
सेराज अली अंसारी अपने परिवार में दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़े हैं. उनका पूरा परिवार इस समय तनाव और चिंता में है. उनके पिता हजरत अली, चाचा शकील अहमद अंसारी और अख्तर अली अंसारी ने भी सरकार से अपील की है कि उन्हें जल्द से जल्द खोजा जाए और भारत लाया जाए.
बता दें, इजरायल ने ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाते हुए 13 जून हमला कर दिया था. इस हमले में ईरान के कई सीनियर आर्मी कमांडर, साइंटिस्ट और आम लोग मारे गए हैं. इन हमलों के जवाब में ईरान ने भी इजरायल पर मिसाल और ड्रोन से हमला किया है. शनिवार और इतवार की देर रात अमेरिका ने भी ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर इस जंग में औपचारिक रुप से शामिल हो गया है.
ईरान में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए केंद्र सरकार ने 'ऑपरेशन सिंधु' शुरू किया है. इसी कड़ी में शनिवार देर रात 11 बजे 290 स्टूडेंट्स का एक दल नई दिल्ली पहुंचा. वतन वापस लौट भारतीय स्टूडेंट्स का ताल्लुक देश के अलग-अलग राज्यों से है, जिन्हें सरकार ने बाई रोड उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की है. फिलहाल भारत सरकार ईरान से अब तक 11 सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है.