Pakistan News: पाकिस्तान में लगातार पोलियों के मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही में अलग-अलग जगहों से लिए गए सैंपल्स में से 42 सैंपल्स पॉजीटिव मिले हैं. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
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Pakistan News: पाकिस्तान में वाइल्ड पोलियोवायरस टाइप-1 (WPV1) का खतरा फिर से बढ़ गया है. स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, देश के 42 अलग-अलग जगहों से लिए गए सीवेज नमूनों में यह वायरस होने की पुष्टि हुई है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के रीजनल रेफरेंस लेबोरेटरी फॉर पोलियो इरैडिकेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई महीने में 87 जिलों से कुल 127 सीवेज सैंपल लिए गए. इनमें से 75 सैंपल नेगेटिव पाए गए, 42 में वायरस की पुष्टि हुई, जबकि 10 नमूनों की जांच अभी जारी है.
जुलाई में ही पाकिस्तान में पोलियो के तीन नए मामले दर्ज हुए, जिससे 2025 में कुल मामलों की तादाद बढ़कर 17 हो गई है. इनमें से दो केस खैबर पख्तूनख्वा और एक सिंध में सामने आया. खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली-3 यूनियन काउंसिल की छह माह की बच्ची, लक्की मरवत के तख्तीखेल यूनियन काउंसिल की 15 माह की बच्ची और सिंध के उमरकोट जिले के चाजरो यूनियन काउंसिल का पांच साल का बच्चा नए मरीजों में शामिल हैं.
हेल्थ डिपार्टमेंच के मुताबिक, 2025 में अब तक कुल 17 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 10 खैबर पख्तूनख्वा, पांच सिंध, एक पंजाब और ए पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड गिलगित-बाल्टिस्तान से हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, पोलियो एक अत्यंत संक्रामक वायरल रोग है जो ज्यादातर पांच साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है. इसका कोई इलाज नहीं है, इसे केवल टीकाकरण से रोका जा सकता है. बार-बार दी जाने वाली पोलियो वैक्सीन जीवनभर सुरक्षा देती है. शुरुआती लक्षणों में बुखार, थकान, सिरदर्द, उल्टी, गर्दन में अकड़न और हाथ-पैर में दर्द शामिल हैं. हर 200 में से एक मामले में स्थायी लकवा हो सकता है, जो आमतौर पर पैरों में होता है.