UP: शिव मंदिर या मजार?, हिंदू-मुस्लिम पक्ष आमने-सामने; प्रशासन के छूटे पसीने
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2871309

UP: शिव मंदिर या मजार?, हिंदू-मुस्लिम पक्ष आमने-सामने; प्रशासन के छूटे पसीने

Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश के कायमगंज इलाके में शिवराय मठ विवाद धार्मिक तनाव का कारण बना हुआ है. हिंदू पक्ष का दावा है कि यह एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसे मुस्लिम पक्ष ने मज़ार में बदल दिया. 1 अगस्त 2025 को मज़ार पर लगी टाइल टूटने के बाद विवाद बढ़ गया.

UP: शिव मंदिर या मजार?, हिंदू-मुस्लिम पक्ष आमने-सामने; प्रशासन के छूटे पसीने

Farrukhabad News: उत्तर प्रदेश के फार्रुखाबाद जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के शिवराय मठ गांव में हिंदू पक्ष ने यहां शिव मंदिर होने का दावा किया है. जबकि जबकि मुस्लिम पक्ष ने इसे मजार बताकर इबादत शुरू कर दी है. इस घटना के बाद इलाके का माहौल गर्म हो गया है. 

दरअसल, 1 अगस्त 2025 को मठ के भीतर मजार पर लगी कुछ टाइलें टूट गईं. इसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने मजार की टूटी टाइलों की मरम्मत करवाई, सीसीटीवी कैमरे लगवाए और रात में मठ का दरवाजा बंद करवाकर ताला लगवा दिया. प्रशासन के इस फैसले से हिंदू पक्ष नाराज हो गया और बवाल शुरू हो गया.

हिंदू पक्ष का संगीन इल्जाम
हिंदू पक्ष का कहना है कि यह एक प्राचीन शिव मंदिर है, जिसे मुस्लिम पक्ष ने धीरे-धीरे मजार में बदल दिया है. इसी नाराजगी के चलते आज सुबह हिंदू पक्ष के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर विवादित स्थल पर पहुंच गए और सीसीटीवी कैमरे व ताले लगाने का विरोध करने लगे. इस घटना की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे कायमगंज तहसीलदार गजेंद्र सिंह और सीओ राजेश द्विवेदी पहुंचे. हालात को देखते हुए सर्किल के सभी थानों से पुलिस बल बुला लिया गया.

पुलिस ने भीड़ पर किया काबू
पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को समझाने की कोशिश की और दोनों पक्षों से कहा कि थाना दिवस पर 5-5 लोग आकर अपनी बात रखें. पुलिस ने मुस्लिम पक्ष को फिलहाल किसी भी तरह का निर्माण कार्य करने से रोक दिया है. जब भीड़ शांत नहीं हुई, तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को तितर-बितर कर दिया. प्रशासन ने फिलहाल स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है, लेकिन गांव में तनाव बना हुआ है.

हिंदू पक्ष ने मजार को लेकर उठाया सवाल
हिंदू पक्ष का कहना है कि यहां पहले एक शिव मंदिर था, जिसके चारों ओर एक बरामदा और परिक्रमा के लिए चार द्वार थे. उनका आरोप है कि मुस्लिम पक्ष ने इन द्वारों को बंद करके अंदर एक मजार बना दी है. उन्होंने यह भी मांग की कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि 700 साल पुरानी यह मजार अचानक यहां कैसे आ गई.

TAGS

Trending news

;