रामनगर में एक और मजार पर चला बुलडोजर; सालों पुरानी मजार को लेकर हिंदू संगठन ने जताया था विरोध
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2874261

रामनगर में एक और मजार पर चला बुलडोजर; सालों पुरानी मजार को लेकर हिंदू संगठन ने जताया था विरोध

Uttarakhand Mazar News: रामनगर के ढेला क्षेत्र में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में बनी अवैध मजार को प्रशासन ने शुक्रवार को बुलडोजर से हटा दिया. यह कार्रवाई हिंदू संगठनों की शिकायत और जांच में अवैध निर्माण की पुष्टि के बाद हुई. अब तक 20 से ज्यादा मजारें हटाई जा चुकी हैं.

 

स्कूल में बनी सालों पुराना बुलडोजर ढहाया
स्कूल में बनी सालों पुराना बुलडोजर ढहाया

Ramnagar News Today: उत्तराखंड में लगातार धामी सरकार मसलमानों के धार्मिक स्थलों और मदरसों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. वहीं, अब रामनगर में शुक्रवार (8 अगस्त) को एक और मजार को धामी सरकार ने जमींदोज कर दिया. इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर तैनात थे. इस कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक, रामनगर में ढेला क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज के परिसर में सालों पुरानी एक मजार थी. जिसे प्रशासन ने शिकायत के बाद अवैध करार दिया और फिर शुक्रवार को प्रशासन के जरिये बुलडोजर से इसे ध्वस्त कर दिया गया. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गैरकानूनी कब्जों के खिलाफ सख्ती की नीति के तहत की गई.

यह मजार विद्यालय के खेल मैदान में बनी थी, जिसको लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था. हिंदू संगठनों के साथ स्थानीय लोगों ने मिलकर इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की थी. इसके बाद प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सर्वे कराया और शिक्षा विभाग से भी इस पर स्पष्टीकरण मांगा. प्रशासन की जांच में पाया गया कि मजार अवैध रूप से विद्यालय के परिसर में बनाई गई थी. 

मजार का विरोध करने वालों ने दिया अजीब तर्क

अधिकारियों ने कहा कि इस मजार में न ही कोई धार्मिक अवशेष और ऐतिहासिक महत्व के निशान नहीं पाए गए हैं. हिंदूवादी संगठन ने तर्क दिया कि इस मजार की वजह से विद्यालय के वातावरण पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और छात्रों की एकाग्रता भी प्रभावित हो रही है. 

हालांकि, कुछ स्थानीय लोगों ने का कहना है कि छात्रों की एकाग्रता या फिर वातावरण का नकारात्मक असर की बात झूठ है, क्योंकि छात्रों का इस मजार से कुछ लेना देना नहीं है. 

हिंदू संगठनों की मांग पर खंड शिक्षा अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद प्रशासन ने तय समय पर स्कूल प्रबंधन की मौजूदगी में बुलडोजर के जरिये इस मजार को हटा दिया.

रामनगर में 20 से ज्यादा मजारों पर चला बुलडोजर

उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ढेला विद्यालय के मैदान से मजार को शांतिपूर्ण तरीके से हटाया गया है. इस कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह का विरोध देखने को नहीं मिला और मौके पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था भी की गई थी. उन्होंने आगे बताया कि अब तक रामनगर और आस-पास के क्षेत्रों में 20 से ज्यादा अवैध मजारों को हटाया जा चुका है. यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि सरकारी जमीनों पर गैरकानूनी कब्जों को रोका जा सके.

TAGS

Trending news

;