Turkey चाहता है कि सारे मुस्लिम देश एक प्लेटफॉर्म पर आएं और इजराइल के गाजा पर कब्जा करने के प्लान का विरोध करें. इजराइल की कैबिनेट ने शुक्रवार को कब्जा करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
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Turkey: मुस्लिम देश तुर्की चाहता है कि सभी मुस्लिम देश एक साथ आएं. विदेश मंत्री हाकान फिदान ने शनिवार को मिस्र में हुई बातचीत के दौरान इस बात का इज़हार किया है. उन्होंने कहा है कि मुस्लिम देशों को एकजुट होकर इज़रायल की गाज़ा सिटी पर कब्ज़े की योजना के खिलाफ इंटरनेशनल लेवल पर विरोध करना चाहिए.
शुक्रवार को मिस्र और तुर्की, दोनों ने ही इजराइल के इस प्लान की निंद की है. अंकारा (तुर्की) ने इसे इज़रायल की नरसंहार और विस्तारवादी नीतियों का नया फेज करार दिया है, और इस प्लान को फेल करने के लिए ग्लोबल स्टेप्स लेने की मांग की है.
फिदान ने बताया कि इस मुद्दे पर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की आपात बैठक बुलाई गई है. फिदान ने कहा कि इज़रायल की नीति का मकसद फिलिस्तीनियों को भूख के ज़रिए उनकी ज़मीन से बेदखल करना और गाज़ा पर परमानेंट कब्जा करना है.
उन्होंने कहा कि किसी भी देश के पास इज़रायल का समर्थन जारी रखने का कोई जायज़ बहाना नहीं है. वहीं, इस मामले को लेकर इजराइल ने कहा है कि उन्होंने भुखमरी की कोई भी नीति का इस्तेमाल नहीं किया है. इसके साथ ही इजराइल ने कहा है कि इस जंग को खत्म करने का तरीका हमास का आत्मसमर्पण करना है.
मिस्र के विदेश मंत्री अब्देलाती ने कहा कि आज जो हो रहा है वह बहुत खतरनाक है. न केवल फिलिस्तीनी जनता या पड़ोसी देशों के लिए." उन्होंने इज़रायल की योजनाओं को कबूल न करने वाला बताया. उन्होंने OIC मंत्रीस्तरीय समिति के जरिए शनिवार को जारी बयान का भी ज़िक्र किया, जिसमें इज़रायल की योजना की निंदा की गई थी.
OIC समिति ने इज़रायल की योजना को बेहद खतरनाक और नाकाबले कबूल इजाफा, इंटरनेशनल कानूनों के खिलाफ वर्जी और अवैध कब्ज़े को परमानेंट बनाने की कोशिश" करार देते हुए वॉर्निंग दी कि यह अमन की किसी भी इमकान (संभावना) को खत्म कर देगा". मिस्र, क़तर और अमेरिका के मध्यस्थ दल कई महीनों से इज़रायल और हमास के बीच युद्धविराम कराने की कोशिश कर रहे हैं.