Ayatollah Ali Khamenei: ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने कोर्ट के अधिकारियों से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने कई अहम बातें बोलीं, ये बातें ईरान और इजराइल जंग से जुड़ी हुई थीं.
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Ayatollah Ali Khamenei: इस्लामी क्रांति के नेता आयतुल्ला सैयद अली खामेनेई ने ईरानी कोर्ट के अधिकारियों से कहा है कि वे हाल ही में ईरानी राष्ट्र पर हुए हमले को लेकर इजराइली शासन और उसके साथी अमेरिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज करें.
आयतुल्ला खामेनेई ने बुधवार को अपने ऑफिस के कैंपस के इमाम खुमैनी (रह.) हुसैनिया में न्यायपालिका अधिकारियों, जिनमें प्रमुख न्यायाधीश ग़ुलाम-हुसैन मोहसिनी-एजई भी शामिल थे, से मुलाकात की. इस मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा कि ईरान पर हुए हालिया हमले के दौरान अलग-अलग राजनीतिक विचारों वाले ईरानी लोग देश के साथ एकजुट होकर खड़े रहे.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि 12 दिनों तक चले इस हमले में अमेरिका इजराइल के अपराधों में उसका भागीदार रहा. उन्होंने कहा, "हमलावर को अपने अपराधों का जवाब देना होगा."
ईरान के सीनियर लीडर ने यह भी कहा कि इजराइली शासन ने हमला शुरू करने के कुछ ही समय बाद यह महसूस कर लिया था कि वह अकेले ईरान का सामना नहीं कर सकता, इसी वजह से उसने अमेरिका से तुरंत मदद मांगी।
आयतुल्ला खामेनेई ने मुस्तकबिल को लेकर उम्मीद जताई और कहा, "अल्लाह ने ईरानी राष्ट्र के लिए जीत सुनिश्चित की है." उन्होंने आगे कहा, "सबसे जरूरी काम यह है कि हम राष्ट्रीय एकता और मजबूत इच्छाशक्ति को बनाए रखें."
आयतुल्लाह अली खामेनेई ने इस मीटिंग के दौरान कहा, "ईरानी राष्ट्र कभी भी किसी भी मैदान में कमजोर पक्ष के रूप में नहीं उतरेगा, क्योंकि हमारे पास सभी जरूरी साधन हैं, हमारे पास तर्क है, और ताकत भी है." उन्होंने कहा, "ख़ुदा ने चाहा तो हम कूटनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चों पर पूरी ताकत से उतरेंगे."
बता दें, इजराइल और ईरान के बीच 12 दिन जंग चली थी. इस जंग की शुरुआत इजराइल के हमले के साथ हुई थी. जिसमें साइंटिस्ट, मिलिट्री अधिकारियों और न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बनाया गया था.