Gaza News: इजराइली सेना फिलिस्तीनियों के गधे चुरा रहे हैं, इन गधों को दूसरे देशों में ले जाया जा रहा है. ये गधे और खच्चर ही फिलिस्तीनियों के ट्रांसपोर्ट का साधन हैं.
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Gaza News: गाजा की सड़कों को तबाह करने, फ़िलिस्तीनियों को ईंधन से वंचित करने और बचाव सेवा व्हीकल को तबाह करने के बाद, इज़राइली सेना पर फ़िलिस्तीनियों के सैकड़ों गधों को निशाना बनाने और चुराने का आरोप लगाया गया है.
मिडिल ईस्ट मॉनिटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइली चैनल कान ने बताया कि इज़राइली सेना ने कथित तौर पर घेरे हुए गाजा पट्टी से सैकड़ों गधे चुराए हैं, उन्हें इज़राइल में तस्करी कर लाया गया और बाद में उन्हें फ्रांस भेज दिया दया ताकि उन्हें तामीरी काम में इस्तेमाल न किया जा सके.
कान के मुताबिक, गाजा पट्टी से दर्जनों गधों की संगठित लूट इजरायली संगठनों के समन्वय और यूरोपीय संस्थानों, खास तौर पर फ्रांसीसी और इस्लामी संस्थानों की मिलीभगत से की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली सैनिकों ने जानवरों को बीमारी और इग्नोरेंस से बचाने के बहाना का हवाला दिया और गधों की चोरी की.
इज़रायली मीडिया ने लूटपाट को एक एनिमल रेस्क्यू ऑपरेशन के तौर पर रिपोर्ट किया है, जबकि फिलिस्तीनी मालिकों की इन रिपोर्ट्स में कोई जानकारी नहीं दी गई है. फिलिस्तीनियों के लिए जानवर एक तरह से ट्रांसपोर्ट का काम करते थे. जब भी इजराइल सेना कोई जगह खाली करने के लिए कहती थी तो उस इलके के लोग गधों और खच्चरों के जरिए अपना सामान ढोकर जाते थे.
वॉर के दौरान नागरिक संपत्ति पर जबरन कब्ज़ा करना वॉर क्राइम माना जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा से इकट्ठा किए गए गधों को तेल अवीव के दक्षिण में मोशाव हारुत में मौजूद एक इज़राइली फार्म, स्टार्टिंग ओवर सैंक्चुअरी में ले जाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक 18 मई, 2025 को 58 गधों का पहला जत्था बेन गुरियन हवाई अड्डे से जिम के लिए रवाना हुआ. उन्हें किलिराह हवाई अड्डे पर स्थानांतरित किया गया, और फिर फ्रांस और तहकीम ले जाया गया.