Israel Iran Tension: इजराइल और ईरान के बीच जंग जारी है और इसका असर दुनिया भर के देशों पर पड़ रहा है. भारत के कारोबारियों पर भी इसका काफी असर पड़ा है. आइये जानते हैं कैसे?
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Israel Iran Tension: इजराइल और ईरान के बीच हालात संजीदा बने हुए हैं. इसका असर इंटरनेशनल लेवल पर तेल की कीमतों पर तो पड़ा ही है, इसके साथ ही भारत में कारोबार पर भी इसका काफी असर पड़ा है. आइये जानते हैं भारत में इजराइल और ईरान की टेंशन के बीच किन चीजों पर असर पड़ा है.
ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते विवाद के कारण भारत ने ईरान को चाय निर्यात रोक दिया है. चाय के एक्सपोर्टर्स का कहना है कि टेलीकॉम्यूनिकेशन सिस्टम में रुकावट और ईरान में बिजनेस एक्टिविटी में बड़े बदलाव की वजह से ईरानी खरीदारों से संपर्क करना मुश्किल हो गया है.
इस टेंशन की वजह से 100-150 करोड़ रुपये की हाई क्वालिटी वाली ऑर्थोडॉक्स चाय का निर्यात प्रभावित हुआ है, जिसके लिए कॉन्ट्रैक्ट पहले ही किए जा चुके थे. एशियन टी कंपनी के निदेशक मोहित अग्रवाल ने कहा कि जंग शुरू हुए एक हफ्ता हो गए हैं. पिछले एक हफ्ते से हमारे सभी शिपमेंट रोक दिए गए हैं क्योंकि हम अपने खरीदारों से संपर्क नहीं कर पाए हैं. हमारे पास अभी इंतजार करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं.
गौरतलब है कि ईरान, इराक, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात सहित पूरा मध्य पूर्व बाजार हर साल भारत से लगभग 90 मिलियन किलोग्राम चाय खरीदता है, जो भारत के कुल चाय निर्यात का लगभग 35 प्रतिशत है.
पिछले तीन दिनों में अलीगढ़ से ईरान को जाने वाले लगभग 50 करोड़ रुपये के मांस एक्सपोर्ट ऑर्डर रद्द हो चुके हैं, जिससे स्थानीय मीट व्यापारियों के बीच गहरी चिंता का माहौल बन गया है. उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ हर साल लगभग 7200 करोड़ रुपये का मांस दुनियाभर में निर्यात करता है, जिसमें अकेले ईरान की हिस्सेदारी करीब 500 करोड़ रुपये की होती है. हालांकि, हाल ही में बढ़े इजरायल-ईरान तनाव के चलते न केवल नए ऑर्डर मिलने बंद हो गए हैं, बल्कि पुराने कारोबारी भी अब ईरान से दूरी बनाकर अन्य देशों की ओर निर्यात का विकल्प तलाशने लगे हैं.
इसके साथ ही अलीगढ ईरान समेत कई खाड़ी देशों को हार्डवेयर एक्सपोर्ट करने का काम करता है. जिसके बिजनेस पर भी गहरा असर पड़ा है. बता दें, इस जंग की शुरुआत 13 जून को इजराइली हमले के बाद हुई थी. जिसमें न्यूक्लियर साइट, मिलिट्री अधिकारी और साइंटिस्ट्स को निशाना बनाया गया था. जिसके बाद ईरान ने जवाबी हमला किया था