Waqf Bill News: पिछले दिनों जमीयत उलेमा-ए हिंद ने वक्फ बिल के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. साथ ही लोगों से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील भी की थी. जमीयत की अपील के बाद दिल्ली के आस-पास के मुस्लिम इलाकों के लोगों ने आंदोलन करने के लिए जंतर-मंतर पहुंचने की तायारी कर रहे है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Waqf Bill News: पिछले दिनों मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ बिल के खिलाफ जंतर मंतर पर प्रोटेस्ट करने की चेतानी दी थी, जिसके बाद प्रोटेस्ट में बड़ी तादाद में लोगों के आने की आशंका जताई जा रही है. इसी बीच दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोगों ने भी वक्फ बिल के खिलाफ प्रोटेस्ट करने की तैयारी कर रहे हैं. गोजियाबाद के लोगों ने अपने पैसे से बस का इंतजाम कर रहे हैं, ताकि वे लोग जंतर-मंतर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन कर सके. जानकारों का मानना है कि यह आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है.
दरअसल, संसद में बजट सत्र की दूसरी चरण की शुरूआत हो चुका है. ऐसे में मुस्लम पर्सनल लॉ बोर्ड के तरफ से वक्फ बिल के खिलाफ प्रोटेस्ट का कॉल दे कर सरकार पर प्रेशर बनाने की कोशिश की जा रही हैं. वक्फ बिल के खिलाफ प्रोटेस्ट की अपील के बाद आस-पास के मुस्लिम इलाकों के लोगों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोगों ने वक्फ बिल के खिलाफ जंतर-मंतर पहुचने और प्रोटेस्ट करने की तैयारियां कर रहे हैं. साथ ही गाजियाबाद के लोगों ने सेक्युलर पार्टियों के लिए कहा कि ये पार्टियां मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक समझती है. लगों ने कहा कि वक्फ बिल जैसे मुद्दों से सेक्युलर पार्टियां दूर दिखाई दे रही हैं.
वहीं, इस बिल के खिलाफ प्रोटेस्ट करने के लिए फरीदाबाद के मुसलमानों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. फरिदाबाद के मुसलमानों ने इस बिल के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं. फरीदाबाद के रहने वाले मोहम्मद लुकमान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत एक आजाद मुल्क है, और यहां सभी को अपने हक की आवाज उठाने की इजाज़त है. उन्होंने कहा कि वह वक्फ बिल के खिलाफ अपनी आवाज जंतर-मंतर पर जा कर बुलंद करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि वक्फ बिल में सरकार ने 40 तब्दीलियां कर के वक्फ बोर्ड को कमजोर करना चाहती है.
मीडिया से बात करते हुए कुछ आम मुसलमानों ने कहा कि वह वक्फ बिल के खिलाफ है. साथ ही लोगों ने सरकार पर इल्जाम लगाया कि सरकार वक्फ की जमीन को हड़पना चाहती है. साथ ही लोगों ने कहा कि वक्फ की जमीन उनके बाप- दादाओं की है. इस पर किसी दूसरे का हक नहीं हो सकता है.
गौरतलब है कि गुजिश्ता रोज मुस्लम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा-ए- हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने वक्फ बिल के खिलाफ प्रोटेस्ट करने की चेतावनी दी थी. उन्होंने यह फैसला दूसरे चरण की वजट स्त्र को देखते हुए किया था. लोगों को डर है कि दूसरे चरण के बजट सत्र में वक्फ बिल को कानूनी मान्यता मिल जाएगी. जमीयत के सदर अरशद मदनी ने कहा था कि वक्फ मुसलमानों का मजहबी मामला है. साथ ही उन्होंने कहा था कि इस्लाम विरोधी पार्टियां वक्फ बिल को लाना चाहती है. उन्होंने आगे कहा कि नफरती पार्टियां मुसलमानों को जीने नहीं देना चाहते हैं. जमीयत उलेमा-ए- हिंद के चीफ अरशद मदनी ने वक्फ बिल के खिलाफ 13 मार्च से जंतर-मंतर पर प्रोटेस्ट करने की चेतावनी दी थी. साथ ही इस प्रोटेस्ट में लोगों से शामिल होने की अपील की थी.