Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में फेमस तांबेश्वर मंदिर के पीछे मौजूद तीन सौ साल पुरानी कब्रिस्तान पर कुछ नौजवानों की तरफ से बुलडोजर चला दिया गया है. इस घटना के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नाराजगी जाहिर की है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिला में बुलडोजर चलाने की एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. खबर के मुताबिक फतेहपुर के मशहूर तांबेश्वर मंदिर के पिछे मोजूद 300 साल पुराने कब्रिस्तान पर कुछ अराजक तत्वों ने बुलडोजर चला दिया है. कब्रिस्तान में मौजूद सभी मजारों को बुलडोजर से समतल कर दिया गया है. इस घटना के बाद इलाके के मुस्लिम समुदाय में गुस्सा है. वहीं, हिंदूवादी संगठन के लोगों का कहना है कि मंदिर के आस-पास कब्रिस्तान नहीं होना चाहिए.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में मशहूर तांबेश्वर मंदिर के पीछे तीन सौ साल से कब्रिस्तान मौजूद है. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि वह उस कब्रिस्तान में पिछले तीन सौ सालों से शव दफनाते आ रहे हैं. दोनो पक्ष अपनी बातों पर अड़े हुए हैं. इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है. घटना की संजीदगी को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.
मुस्लिम पक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि 300 साल पुराने कब्रिस्तान को शहीद कर दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि हम किसी भी कीमत पर कब्रिस्तान छोड़ने को तैयार नहीं है.
वहीँ, दूसरी तरफ हिंदू पक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मंदिर के पीछे कब्रिस्तान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब यहां कभी कोई शव दफनाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. बजरंग दल के जिला सह संयोजक धर्मेन्द्र सिंह ने कहा है कि मंदिर के पीछे कब्रिस्तान नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ताम्बेश्वर मंदिर एक सिद्ध पीठ मंदिर है, और इससे लाखों लोगों की अकीदत जुड़ी हुई है. उन्होंने प्रशासन को सुझाव देते हुए कहा कि प्रशासन मुस्लिम समाज को कहीं और जमीन देकर वहां नया कब्रिस्तान बनवा दे.
दोनों पक्षों के तरफ दिए गए बयानों के बाद इलाके में तनाव बढ़ने की संभवाना को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी है. पुलिस इस घटना से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है. पुलिस ने कहा है कि घटना में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस के मुताबिक इलाके में शांति -व्यवस्था कायम है.