Pakur News: ये है विश्वनाथ हांसदा की कहानी, जो मशरूम की खेती कर अपने सपनों को कर रहे साकार
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Pakur News: ये है विश्वनाथ हांसदा की कहानी, जो मशरूम की खेती कर अपने सपनों को कर रहे साकार

Pakur News: झारखंड के पाकुड़ निवासी विश्वनाथ हांसदा मशरूम की खेती कर अपने घर-परिवार को चला रहे हैं. मशरूम का उत्पादन कर वह अपने सपनों को साकार कर रहे हैं. चलिए हम आपको इनकी कहानी के बारे में बताते हैं. 

ये है विश्वनाथ हांसदा की कहानी, जो मशरूम की खेती कर अपने सपनों को कर रहे साकार
ये है विश्वनाथ हांसदा की कहानी, जो मशरूम की खेती कर अपने सपनों को कर रहे साकार

Pakur News: झारखंड के पाकुड़ जिले के पाकुड़िया प्रखंड के पाकुड़िया पंचायत अंतर्गत पत्थरडांगा गांव के रहने वाले विश्वनाथ हांसदा मशरूम की खेती कर अपने घर-परिवार को चला रहे हैं. मशरूम की खेती कर वह अपने सपनों को साकार कर रहे हैं. विश्वनाथ हांसदा का कहना है कि वर्तमान में मशरूम बेचकर वो 10 से 15 हजार रुपये प्रति माहीने कमा रहे हैं. जिससे उनके साथ उनके पूरे परिवार में खुशी की लहर छाई हुई है. मशरूम की खेती का उद्देश्य उन्होंने बताया कि उनका सोच छोटे स्तर से बड़े पैमाने तक यह बिजनेस को ले जाने का है. उन्होंने कहा हम लगातार मेहनत कर रहे हैं और इस सोच के साथ दृढ़ संकल्प से मशुरूम की खेती कर अपने अधूरे सपनों को पूरा करेंगे. 

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विश्वनाथ हांसदा ने बताया कि उन्होंने 2 हजार रुपये से इस बिजनेस की शुरुआत की थी, जिससे हमें 10 हजार रुपये की आमदनी हुई. फिर उन्होंने आमदनी के उस 10 हजार रुपये को अपनी पूंजी के तौर पर इस बिजनेस में लगा दिया और ज्यादा पैमाने पर उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की कोशिश की, क्योंकि दूसरे जिलों से भी खरीददार यहां तक पहुंचने लगे हैं. उन्होंने बताया कि हमारी पूंजी बहुत ही कम होने के कारण उत्पादन क्षमता भी कम हो जाती है, जिससे ग्राहकों को हम समय पर मशरूम नहीं दे पाते हैं और उन्हें मजबूरन वापस लौटना पड़ता है. अगर सरकार द्वारा हमें लोन उपलब्ध करा दिया जाता, तो हम अपना बिजनेस अच्छे से चला पाते. 

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बता दें कि मशरूम पौष्टिकता के साथ ही औषधीय गुणों से भी भरपूर होता है. मशरूम के विभिन्न वैरायटी के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई प्रकार की योजना लेकर आई हैं. मशरूम का उत्पादन 15 से 38 डिग्री सेल्सियस तापमान में होता है. मशरूम मौसम आधारित खेती है. जलवायु परिवर्तन का इस पर कोई असर नहीं पड़ता है. इसकी उत्पादन को लेकर कम से कम 15 और अधिकतम 38 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत होती है. मैदानी क्षेत्र में 10 से 40 डिग्री सेल्सियस तापमान पर मशरूम का उत्पादन होता है. 

इनपुट - सोहन प्रमाणिक 

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