Bihar Budget 2025: राजद जहां सधे कदमों का इस्तेमाल करते हुए माई बहिन योजना की वकालत कर रहा है, वृद्धा पेंशन की राशि में बढ़ोतरी करने की मांग कर रहा, 200 यूनिट फ्री बिजली की मांग कर रहा, वहीं नीतीश सरकार के अंतिम बजट में इन सब विषयों पर कोई फोकस नहीं किया गया है.
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Bihar Budget 2025: बिहार सरकार की ओर से डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को 2025-26 का बजट पेश कर दिया. बजट में वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने 38,000 करोड़ रुपये का इजाफा जाहिर किया पर वे राजद नेता तेजस्वी यादव की माई-बहिन योजना और सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि बढ़ाने के वादे की काट नहीं ढूंढ पाए. बजट में ऐसा कोई ऐलान नहीं किया गया है, जिससे यह जाहिर हो कि यह चुनावी बजट है. चुनावी बजट में एनडीए सरकार की ओर से जिस तरह का बजट पेश किया गया है, उससे आने वाले दिनों में राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार सरकार पर और भी हमलावर हो सकते हैं और अपने वादे को जोर शोर से प्रचारित-प्रसारित कर सकते हैं. कुछ ही दिनों में राजद की ओर से पटना में माई-बहिन सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है, ताकि इस योजना को लेकर गांव गांव तक महिलाओं में इस योजना का प्रचार हो सके.
बजट से पहले सोमवार को ही विधान परिषद पोर्टिको में विपक्षी दलों के पार्षदों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान विपक्षी पार्षदों ने वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी, विधवा पेंशन में बढ़ोतरी, 200 यूनिट बिजली फ्री, ₹500 प्रति सिलेंडर करने के मुद्दे उठाए. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा महिलाओं और वृद्धा पेंशन में सिर्फ 400 रुपये की जगह 1500 रुपये प्रति महीना पेंशन देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी जाति की महिलाओं को 2500 रुपए प्रति महीना पेंशन देना चाहिए. उन्होंने किसानों के लिए 200 यूनिट बिजली फ्री के साथ ₹500 प्रति सिलेंडर देने की मांग की.
मील का पत्थर साबित हो सकती है माई-बहिन योजना
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में साफ दिखा कि वहां लाडली बहना योजना ने कैसे चुनाव परिणामों को प्रभावित किया और भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में कैसे अहम भूमिका निभाई थी. इन दोनों राज्यों के चुनाव परिणाम देखने के बाद दिल्ली की आतिशी मार्लेना की सरकार ने भी महिला समृद्धि योजना लांच करने की कोशिश की थी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और दिल्ली में भाजपा ने ऐसी ही योजना के बारे में मजबूती से प्रचार प्रसार किया और जीत हासिल कर ली. अब दिल्ली सरकार पर इस योजना को लागू करने के लिए दबाव बढ़ रहा है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद बिहार में राजद ने सत्ता में आने के बाद माई-बहिन योजना लागू करने का वादा कर दिया. तेजस्वी यादव की पार्टी ने ऐसा कर एक तरह से एनडीए पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने की कोशिश की. राजद के वादे के बाद यह अनुमान था कि बिहार विधानसभा में जब बजट 2025-26 पेश किया जाएगा, तब हो सकता है कि सम्राट चौधरी इस तरह की कोई अलग योजना का ऐलान कर दें और राजद के ब्रह्मास्त्र को फेल कर देंगे पर सरकार की ओर से बजट में इस तरह का कोई ऐलान न होने से अब राजद फ्रंटफुट पर खेलने को तैयार होगा, इसमें किसी को कोई दोराय नहीं होना चाहिए.
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माई-बहिन योजना को गांव गांव तक ले जाएगा राजद
तेजस्वी यादव पिछले साल के अंतिम महीने से हर जिले की यात्रा कर रहे थे और वे माई-बहिन योजना को राजद के हर कार्यकर्ता को रटा देना चाहते थे. अब जबकि उनकी यात्रा खत्म हो गई है तब राजद की ओर से पटना में माई-बहिन सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे बिहार से केवल महिलाओं को बुलाने की योजना है. ऐसा कर राजद की योजना अपनी इस योजना को हर महिलाओं तक पहुंचाने की है. अब तेजस्वी यादव रोजाना नीतीश कुमार की सरकार पर हमला करेंगे और माई-बहिन योजना लागू करने के अपने वादे को और धार देंगे. राजद आलाकमान इस योजना को ब्रह्मास्त्र मान रहा है और राजनीतिक विश्लेषक भी राजद की ओर से पेश की गई इस योजना को तुरुप का इक्का मान रहे हैं. अगर सरकार की ओर से आने वाले दिनों में इस योजना की कोई काट सामने नहीं आई तो विधानसभा चुनाव में एनडीए को घोर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, इसमें कोई दोराय नहीं होनी चाहिए.