West Bengal Politics: पश्चिम बंगाल में भाजपा के नेता दिलीप जोशी ने रामनवमी के मौके पर रैली में हथियारों के प्रदर्शन को लेकर अपना बयान दिया है. उनका यह बयान अब विवादों में घुर चुका है.
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Dilip Ghosh: भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष शनिवार को रममनवमी के मौके पर अपने एक बयान से विवादों में घिर गए हैं. भाजपा नेता ने रामनवमी के मौके पर धार्मिक जुलूसों में हथियारों की मौजूदगी का बचाव किया है. उन्होंने कहा,' इसमें क्या गलत है अगर कोई हथियार रखता है तो.' खड़गपुर में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में पूरे उत्साह के साथ रामनवमी मनाई जाएगी और हिंदुओं को अपना त्योहार मनाने का पूरा अधिकार है.
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'हिंदुओं के त्योहार से न हो समस्या...'
दिलीप घोष ने कहा,' पूरे पश्चिम बंगाल में रामनवमी का जश्न धूमधाम से मनाया जाएगा. पुलिस की ड्यूटी है कि वह ध्यान दे कि त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके. हिंदू समुदाय अपनी परंपराओं के अनुसार त्योहार मनाता है, इसमें कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.' उन्होंने आगे कहा,' करोड़ों लोग सड़कों पर उतरेंगे. अगर कोई मुसीबत खड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसे रोकना पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है.'
'हथियार रखने में कौनसा गुनाह...'
दिलीप घोष ने रामनवमी की रैली में तलवार और डंडे जैसे हथियारों को रखने को लेकर कहा,' इन दिनों मंदिर तोड़े जा रहे हैं मूर्तियां चोरी हो रही हैं और पंडालों में आग लग रही है. इस परिस्थिति में अगर हिंदू खुद को बचाने के लिए बाहर निकलते हैं तो इसमें कौनसा गुनाह है?.' उन्होंने कहा,' किसी को भी इसपर आपत्ति नहीं होनी चाहिए कि हिंदू अपने त्योहार कैसे मनाए.'
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रामनवमी में हथियारों का प्रदर्शन
बता दें कि भाजपा नेता का यह बयान तब सामने आया है जब कई जिलों में रामनवमी के मौके पर खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन किया जा रहा था. माल्दा में रामकृष्ण पाली मैदान से रामनवमी की रैली की शुरुआत हुई. इस दौरान लोग खुलेआम तलवारों और अन्य हथियाराों का प्रदर्शन कर रहे थे. इसके अलावा हावड़ा के सांकराइल में भी ऐसा ही मामला देखने को मिला. पुलिस के मुताबिक आयोजकों के पास हथियारों को ले जाने की कोई अनुमति नहीं थी. ऐसे में अब प्रशासन आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करेगा.