Madhya Pradesh: 2 दिन पहले कांग्रेस की बैठक में झड़प हो गई थी, आज फिर संगठन सृजन अभियान में फिर हाथापाई हो गई. विवाद आरिफ मसूद और साजिद अली के समर्थकों के बीच हुआ.
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MP Congress: कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान में फिर हाथापाई की खबरें आ रही है. 2 दिन पहले भी कांग्रेस की बैठक में आपस में मारपीट हुई थी. नरेला विधानसभा में कांग्रेस की बैठक में से भी हाथापाई की तस्वीरें आई थीं, अब फिर कांग्रेस नेताओं के समर्थकों में झड़प हो गई है. दो दिन पहले विधानसभा क्षेत्र में हुई बैठक में भी मारपीट हुई थी. कांग्रेस की बैठक में मारपीट पर बीजेपी का भी रिएक्शन आया है. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कांग्रेस की बैठक में जब नेताओं के कपड़े फटते हैं, जूतमपैजार होती है, एक-दूसरे को कुश्ती में पछाड़ते हैं तो अंदर से लगता है कि अभी थोड़ी कांग्रेस जिंदा है. कांग्रेस का अतीत और वर्तमान चरित्र ऐसा ही है.
'कांग्रेस की दुर्गति थी, है और रहने वाली है'
रामेश्वर शर्मा ने कहा इसलिए कांग्रेस के राज में गुंडागर्दी होती है क्योंकि उनके नेताओं के अंदर वह प्रवृत्ति पहले से विद्वान है. इसलिए जीतू पटवारी जी और राहुल गांधी जी सर्जन करो या विसर्जन करो कांग्रेस की दुर्गति थी, है और रहने वाली है. बता दें पिछले शनिवार को एमपी के नरेला विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की एक बैठक हुई थी. उसमें भी नेताओं के दो गुट आपस में भिड़ गए, जिसके बाद आपस में जमकर झड़प हुई. इस तरह की घटनाओं से कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान और गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. एक तरफ पार्टी
संगठन में मजबूती के लिए अभियान चला रही है. दूसरी तरफ बैठकें और ज्यादा ही अखाड़ा बनते जा रही है. पहले नरेला की बैठक में आरोप-प्रत्यारोप और धक्का-मुक्की का मामला अब आज शुक्रवार की बैठक में हाथापाई. इससे लग रहा है केंद्र जो पार्टी को एक रखने के प्रयास कर रहा है, वो काम करते नहीं दिख रहे.
आरिफ मसूद और साजिद अली के समर्थकों में झड़प
आज की बैठक में हालात इस कदर बिगड़े कि संभालने के लिए वरिष्ठ नेताओं को दखलअंदाजी करनी पड़ी. पार्टी के बीच की कलह बार बार खुले मंच पर आना ये कांग्रेस के लिए गंभीर मामला बनता जा रहा है. राहुल गांधी 2028 का विजन लेकर लगातार दौरे भी कर रहे हैं और सारे कामों पर नजर भी रखे हुए हैं, जिससे मध्य प्रदेश में दोबारा कांग्रेस जिवंत हो सके. मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक हंगामा विधायक आरिफ मसूद और साजिद अली के समर्थकों के बीच विवाद के बाद हुआ. दोनों गुटों के समर्थकों में पहले बहसबाजी हुई, मामला बढ़ा तो बात मारपीट तक आ गई. मारपीट और गाली-गलौज इतनी बढ़ गई कि काबू करने में काफी समय लग गया. मीटिंग में पर्यवेक्षक यशोमति ठाकुर के साथ कई स्थानीय नेता मौजूद थे.