Kerala Turkey donation: थरूर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि केरल सरकार को अब समझ आ जाना चाहिए कि तुर्की को दी गई मदद कितनी बेकार थी. थरूर के बयान पर पलटवार करते हुए जॉन ब्रिटास ने कहा कि उन्हें भूलने की बीमारी हो गई है क्या?
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Tharoor vs Brittas: पाकिस्तान की पोल खोलने वाले अभियान के लिए भारत की तरफ से कई डेलिगेशन विदेश पहुंचे हैं. इन्हीं में से एक की अगुवाई कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं. लेकिन एक अन्य डेलिगेशन टीम में शामिल सीपीआई एम के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने थरूर के एक बयान पर प्रतिक्रिया दी है. हुआ यह कि शशि थरूर ने दो साल पहले तुर्की को केरल सरकार द्वारा दिए गए 10 करोड़ रुपये की मदद को गलत बताया. इसके बाद राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने उनके इस बयान पर तीखा पलटवार किया है.
दूसरे डेलिगेशन टीम का हिस्सा..
असल में यह सब ट्विटर पर हुआ है. शशि थरूर विदेश मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष भी हैं. वे अपनी टीम के साथ इन दिनों अमेरिका, ब्राजील, कोलंबिया समेत कई देशों के दौरे पर हैं. वहीं जॉन ब्रिटास जापान, सिंगापुर, मलेशिया जैसी जगहों पर जा रहे दूसरे डेलिगेशन टीम का हिस्सा हैं. दोनों नेता ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के खिलाफ पाकिस्तान से हो रहे आतंकवाद को लेकर वैश्विक समर्थन जुटाने की मुहिम में शामिल हैं. लेकिन एक मामले पर ट्विटर पर भिड़ गए हैं.
केरल की तरफ से तुर्की को मदद
इन सबके बीच थरूर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि केरल सरकार को अब समझ आ जाना चाहिए कि तुर्की को दी गई मदद कितनी भ्रमित कर देने वाली उदारता थी. उन्होंने खासतौर पर वायनाड जिले का जिक्र किया जो 2024 में भयानक भूस्खलन का शिकार हुआ था और जहां करीब 300 लोगों की जान गई थी.
थरूर के बयान पर पलटवार करते हुए जॉन ब्रिटास ने कहा कि उन्हें थरूर की टिप्पणी देखकर भूलने की बीमारी जैसा आभास हुआ. उन्होंने याद दिलाया कि केंद्र सरकार ने खुद 2023 में ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्की और सीरिया को मदद भेजी थी. ब्रिटास ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने खुद मदद भेजी तब केरल सरकार को गलत कैसे ठहराया जा सकता है?
Hve great regards for Shashi Tharoor. But these comments are symptoms of selective amnesia. It is as amusing n puzzling why he had to belittle Kerala when he knows very well the Modi govt itself had launched Operation Dost to help Turkey. Kerala bashing is unwarranted. https://t.co/JgWvCHnUM2
— John Brittas (@JohnBrittas) May 24, 2025
इस पूरी बहस के बीच यह भी ध्यान देने लायक है कि केरल सरकार ने वायनाड आपदा के बाद केंद्र से 2000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी थी. जो अब तक नहीं मिली. इसी को लेकर वाम मोर्चा वायनाड में केंद्र सरकार के खिलाफ जिला-स्तरीय प्रदर्शन कर रहा है. फिलहाल थरूर और ब्रिटास की भिड़ंत चर्चा में बनी हुई है.