Varanasi Latest News: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने लखनऊ में सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कांवड़ यात्रा के दौरान भाजपा द्वारा धार्मिक भावनाओं का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने लखनऊ में आत्महत्या, कथावाचकों पर विवादित बयान, सपा-कांग्रेस संबंध, बिहार चुनाव में ओवैसी की भूमिका और सामाजिक सुरक्षा रैंकिंग पर भी तीखा हमला बोला.
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Varanasi Hindi News: पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सोमवार को कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी राय व्यक्त की. राय ने सबसे पहले लखनऊ में एक ही परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या की घटना पर गहरा दुख जताया और सरकार की अर्थव्यवस्था पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि आज के दौर में आम जनता आर्थिक व सामाजिक दबाव से जूझ रही है, जिसके कारण लोग तनाव में आकर ऐसे दर्दनाक कदम उठा रहे हैं.
कांवड़ यात्रा के दौरान दुकान समयबद्ध बंद कराने और मीट–मछली ठेलों को हटाने की बात पर अजय राय ने कहा, “यह कोई नई परंपरा नहीं, बल्कि हमेशा से होता आ रहा है. पर भाजपा अब इसे बड़े पैमाने पर प्रचारित कर प्रोपेगेंडा बना रही है और मार्केटिंग कर रही है.” उन्होंने स्पष्ट किया कि स्थानीय व्यापारी स्वेच्छा से धार्मिक प्रति‘ष्टानों’ का सम्मान करते आए हैं, लेकिन अब इसके राजनीतिकरण पर सवाल उठ रहे हैं.
कथावाचकों पर अखिलेश यादव के विवादित बयान पर भी उन्होंने आपत्ति जताई और कहा, “सभी कथावाचक एक जैसे नहीं होते. कई विद्वान नि:स्वार्थ भाव से कथा सुनाते हैं. कुछ अपवाद हो सकते हैं, पर पूरे समाज पर उंगली उठाना उचित नहीं. सपा-कांग्रेस गठबंधन की स्थिति पर राय ने संतुलित रुख अपनाया और कहा, “मेरा काम मेरा, उनका काम उनका लक्ष्य एक ही है, भाजपा को हटाना. बिहार चुनाव में एआईएमआईएम के शामिल होने पर उन्होंने निर्णय गठबंधन नेताओं पर छोड़ा और कहा कि इंडिया गठबंधन आज बिहार में मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
महाराष्ट्र में तीन-भाषा नीति वापस लेने पर हिंदी के पक्ष में बोलते हुए अजय राय ने कहा कि “हिंदी हमारी मातृभाषा है और इसे पूरे देश में पढ़ाया जाना चाहिए. इसे हाशिए पर रखना उचित नहीं. अंत में, भारत को ‘सामाजिक सुरक्षा’ मामले में दूसरे स्थान पर रखने वाली रेटिंग पर उन्होंने सवाल उठाया और इसे “मनगढ़ंत” बताते हुए कहा, “जमीनी हकीकत कुछ और है, आंकड़ों में कुछ दिखाया जाता है और हकीकत में कुछ और होता है.
खबर News एजेंसी से है.