Bangalore Viral News: बेंगलुरु की एक सोसायटी में शख्स ने फ्लैट के बाहर शू रैक रखा, जबकि ऐसा करना मना था. उसने नियम तोड़ा और अब तक ₹24,000 जुर्माना भर चुका है. सोसायटी ने साफ-सफाई और सुरक्षा के लिए नियम बनाए थे, लेकिन वह जिद पर अड़ा है और रैक हटाने से मना कर रहा है. चहिए जानते हैं क्या पूरा मामला...
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Bangalore News: हाल ही में बेंगलुरु से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. जहां एक शख्स को फ्लैट के बाहर शू रैक रखना इतना महंगा पड़ गया कि अब तक वो ₹24,000 जुर्माना भर चुका है. फिर भी अजीब बात ये है कि उसने शू रैक हटाने से साफ मना कर दिया है. सोसायटी ने सभी लोगों को कॉरिडोर में कोई सामान न रखने का नियम बनाया था, ताकि साफ-सफाई और सुरक्षा बनी रहे. सभी लोगों ने इस नियम का पालन किया, लेकिन एक शख्स अपनी जिद पर अड़ा है. उन्होंने शू रैक हटाने से साफ मना कर दिया है. इसके बाद यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है.
जानें क्या है पूरा मामला?
यह मामला प्रेस्टीज सनराइज पार्क नाम की एक सोसायटी का है, जहां कुल 1046 फ्लैट हैं. कुछ समय पहले सोसायटी की रेजिडेंट्स एसोसिएशन ने एक नियम बनाया कि कोई भी शख्स अपने फ्लैट के बाहर शू रैक, गमले, स्टोरेज कैबिनेट या कोई भी निजी सामान नहीं रखेगा. यह नियम सभी की सुरक्षा और साफ-सफाई को ध्यान में रखकर बनाया गया था. जबकि, कहां गया कि गर कोई नियम नहीं मानेगा तो उसे रोजाना 100 रुपये का जुर्माना देना होगा. इसके बाद सोसायटी ने सभी को नोटिस भेजकर दो महीने का समय दिया, ताकि लोग अपना सामान हटा सकें.
बेंगलुरु में शू रैक रखने की इतनी बड़ी सजा
लगभग एक महिने बाद भी दो शख्स अपना सामान नहीं हटाया. उसमें से एक शख्स बोल की मैं अपना सामान नहीं हटाऊंगा चाहे कितना भी जुर्माना देना पड़े. उस शख्स ने पहले ही 15,000 एडवांस में दे दिए और कहा, इससे जुर्माना काटते रहो. लेकिन शू रैक नहीं हटेगा. अब तक वह 24,000 का जुर्माना भर चुका है. लेकिन फिर भी उसने रैक वहीं रखा है. जबकि, सोसायटी के अध्यक्ष अरुण प्रसाद के मुताबिक, ये मामला अब सिर्फ नियम तोड़ने का नहीं, बल्कि सुरक्षा का मुद्दा है. उन्होंने बताया कि अगर कभी आग लगती है तो कॉरिडोर में रखा कोई भी सामान बचाव कार्य में रुकावट बन सकता है.