नई जॉब में मिली 30,000 रुपये ज्यादा सैलरी तो नोएडा से बेंगलुरु शिफ्ट हो गया कॉर्पोरेट एम्प्लाई, फिर हुआ पछतावा
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नई जॉब में मिली 30,000 रुपये ज्यादा सैलरी तो नोएडा से बेंगलुरु शिफ्ट हो गया कॉर्पोरेट एम्प्लाई, फिर हुआ पछतावा

Corporate Employee: जब आप जॉब करना शुरू करते हैं तो ज्यादा सैलरी की एक्सपेक्टेशन हो जाती है. उम्मीद से अधिक सैलरी ऑफर होती है तो आप लोकेशन बदलने को भी तैयार हो जाते हैं. हालांकि, कई बार यह फैसला किसी के लिए गलत भी साबित हो सकता है.

 

नई जॉब में मिली 30,000 रुपये ज्यादा सैलरी तो नोएडा से बेंगलुरु शिफ्ट हो गया कॉर्पोरेट एम्प्लाई, फिर हुआ पछतावा

Reddit Viral Post: जब आप जॉब करना शुरू करते हैं तो ज्यादा सैलरी की एक्सपेक्टेशन हो जाती है. उम्मीद से अधिक सैलरी ऑफर होती है तो आप लोकेशन बदलने को भी तैयार हो जाते हैं. हालांकि, कई बार यह फैसला किसी के लिए गलत भी साबित हो सकता है. कुछ ऐसा ही एक शख्स के साथ हुआ जो नोएडा में जॉब करता था. उसे 30 हजार रुपए ज्यादा सैलरी ऑफर की गई तो वह बेंगलुरु में शिफ्ट होने के लिए तैयार हो गया, लेकिन जब वो बेंगलुरु पहुंचा तो उसका एक्सपीरियंस थोड़ा अटपटा रहा. रेडिट पर इस यूजर ने अपना अनुभव शेयर किया है, जो अब काफी वायरल हो गया.

नोएडा छोड़ बेंगलुरु क्यों गए?

नोएडा से बेंगलुरु नौकरी के लिए शिफ्ट हुए कॉर्पोरेट कर्मचारी ने बताया कि 30 हजार रुपये महीने की बढ़ोतरी के लिए बेंगलुरु जाना गलत फैसला था. उन्हें शहर का ट्रैफिक, गंदगी और कम जगह वाला किराए का कमरा पसंद नहीं आया. कर्मचारी ने लिखा कि वह एक साल से ज्यादा समय तक नोएडा में काम किया. उन्हें वहां का बुनियादी ढांचा और अलग-अलग तरह की चीजें पसंद थीं. फिर एक बेहतर नौकरी के लिए उन्होंने बेंगलुरु जाने का फैसला किया. पहले वह सिर्फ दिल्ली-एनसीआर में नौकरी ढूंढ रहे थे, लेकिन बाद में उन्हें लगा कि इससे अच्छे मौके छूट रहे हैं. चार महीने पहले वह बेंगलुरु चले गए.

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बेंगलुरु में क्या परेशानी हुई?

उनके रेडिट पोस्ट के मुताबिक, बेंगलुरु में सड़कें खराब हैं, ट्रैफिक बहुत बुरा है, पानी की समस्या है और जगह कम है. शहर को उन्होंने गंदा भी बताया. साथ ही, उन्हें हर दिन नॉर्थ बनाम साउथ का अंतर भी महसूस हुआ. नोएडा में भीड़ कम थी, लेकिन बेंगलुरु इसके उलट है. उनका कहना है कि 30 हजार की बढ़ोतरी के लिए यह कदम ठीक नहीं था.

कर्मचारी का पछतावा

कर्मचारी ने अपने रेडिट पोस्ट में लिखा, "मुझे नोएडा छोड़ने का बहुत अफसोस है. जो लोग नोएडा से बेंगलुरु जाने की सोच रहे हैं, उन्हें ठीक से सोचना चाहिए कि क्या यह सही है. मेरे हिसाब से नोएडा सबसे अच्छा टीयर-1 शहर है (प्रदूषण को छोड़कर)." पोस्ट पर कई लोगों ने जवाब दिया. एक यूजर ने लिखा, "मैं बेंगलुरु से नोएडा आया, क्योंकि मैं अपने माता-पिता के पास रहना चाहता था. मुझे लगता है कि यह मेरा सबसे अच्छा फैसला था. पैसा और तनाव दोनों बचे." दूसरे ने कहा, "नोएडा में 6-7 किमी जाने में 50-60 मिनट नहीं लगते, यह बहुत सुविधाजनक है." 

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