Trending Photos
Paint Scam Viral: एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां सकंदी गांव के एक सरकारी स्कूल में मात्र 4 लीटर पेंट लगाने के लिए 168 मजदूर और 65 राजमिस्त्री दिखाए गए. इतना ही नहीं, इस काम के लिए ₹1.07 लाख रुपये का बिल भी पास कर दिया गया. यह काम करने वाली फर्म का नाम सुधाकर कंस्ट्रक्शन है, जिसने यह बिल तैयार किया. यह बिल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, क्योंकि इसमें दिखाई गई संख्या और खर्च वास्तविकता से परे लगती है. इसी कंपनी ने निपनिया गांव के एक अन्य स्कूल के लिए ₹2.3 लाख रुपये का बिल भी पास कराया, जिसमें 20 लीटर पेंट, 10 खिड़कियां और 4 दरवाजे लगाने का काम दिखाया गया.
ऑनलाइन वायरल बिलों के मुताबिक, सकंदी स्कूल में 233 लोगों को एक दीवार पर पेंट करने के लिए लगाया गया, जबकि निपनिया में 275 मजदूरों और 150 राजमिस्त्रियों की मदद ली गई. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हकीकत ये है कि इन गांवों में इतने मजदूर या मिस्त्री मौजूद ही नहीं हैं. ये दोनों स्कूल ब्योहारी तहसील के तहत आते हैं.
आगे मजदूर,
पीछे मजदूर,
अब बताओ 4 लीटर पेंट से पुताई करने में लगे कितने मजदूर?
शहडोल शासकीय विद्यालय में बिना काम के फर्जी बिल निकालकर भ्रष्टाचार, शिक्षा प्रदान नहीं की जा रही, अवैध लाभ के लिए बेची जा रही है।@DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh @dmshahdol #MadhyaPradesh#Shahdol… pic.twitter.com/sKgH0tNISy— Kunal Choudhary (@KunalChoudhary_) July 4, 2025
रिपोर्ट्स के अनुसार, सुधाकर कंस्ट्रक्शन ने यह बिल 5 मई को तैयार किया, लेकिन इस पर स्कूल के प्रिंसिपल ने 4 अप्रैल को ही अप्रूवल दे दिया, यानी बिल बनने से पहले ही मंजूरी दे दी गई. नियमों के मुताबिक, किसी भी काम के बिल के साथ पहले और बाद की तस्वीरें अनिवार्य होती हैं, लेकिन इन मामलों में ऐसी कोई तस्वीर नहीं दी गई. जब ये खबर सामने आई और सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूटा, तो राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने जांच के आदेश दे दिए. इसके बाद जिला प्रशासन ने भी अलग से जांच बैठा दी. शहडोल के कलेक्टर केदार सिंह ने ब्योहारी एसडीएम नरेंद्र सिंह धुर्वे को जांच सौंपी है.
कलेक्टर ने मीडिया को बताया कि हमने जांच के आदेश दे दिए हैं और जिला शिक्षा अधिकारी व दोनों स्कूलों के प्राचार्यों को नोटिस जारी कर दिया गया है. सकंदी स्कूल से संबंधित रिपोर्ट भी मिल चुकी है. खबरों के मुताबिक, जिला कलेक्टर ने शहडोल के सभी सरकारी स्कूलों में हाल ही में हुए निर्माण और रखरखाव कार्यों की भी पूर्ण जांच के आदेश दिए हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि और कहां-कहां फर्जीवाड़ा हुआ है.