Countries on Moon: आज के समय चांद पर जाने में जैसे कोई रेस सी लग गई है. हर देश चांद पर अपना झंडा फहराना चाहता है जिसमें भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO भी शामिल है. आइए जानते हैं कि अब तक कौन-कौन से देश चांद पर कदम रख चुके हैं.
इंसानों की हमेशा से कोशिश रही है अंतरिक्ष से जुड़े हर एक रहस्य को जानने और सुलझाने का जिसमें बहुत हद तक वैज्ञानिकों ने कामयाबी भी हासिल की और चांद तक पहुंचा, ISS का निर्माण किया जो धरती का चक्कर लगाता है वैसे ही जैसे धरती सूर्य का चक्कर लगाती है.
रशिया, जो कभी सोवियत संघ हुआ करता था, अपने लूना 9 स्पेसक्राफ्ट से 1966 में चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में सफल रहा और इसी के साथ चंद्रमा पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया जिसके बाद एक-एक कर के 4 और देशों ने ये उपलब्धि हासिल की.
सोवियत संघ के बाद चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला अमेरिका दूसरा देश बना. हालांकि अमेरिका इकलौता देश है जिसने इंसान को चांद पर भेजा है.
2013 में चीन ने चांद पर उतरते ही इस लिस्ट में अपना नाम शामिल कर लिया. इस मिशन के लिए चीन ने चांगई-3 स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल किया था.
भारत 2008 में ही चंद्रयान भेज चुका था लेकिन ये सॉफ्ट लैंडिंग नहीं थी. लेकिन 2023 में चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरते ही भारत ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया.
बीते साल 2024 में जापान भी चंद्रमा पर अपना यान भेजने में सफल हुआ. SLIM नाम के मिशन ये चलाया गया प्रोजेक्ट चांद पर बड़ी ही सटीकता से पहुंचा.
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