Where Do Old Satellites Go When They Die? हर मशीन की तरह सैटेलाइट भी एक वक्त के बाद काम करना बंद कर देते हैं. जब कोई सैटेलाइट बूढ़ा हो जाता है या खराब हो जाता है, तब उसे कंट्रोल करके एक महफूज जगह भेजा जाता है या कभी-कभी उसे अपने आप ही छोड़ दिया जाता है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि ऐसे पुराने सैटेलाइट आखिर जाते कहां हैं? चलिए जानते हैं इ न आसान प्वाइंट्स में.
जब कोई सैटेलाइट पुराना हो जाता है, तो उसके साथ क्या होता है? यह इस पर निर्भर करता है कि वह कितनी ऊंचाई पर है. इन्हें नष्ट करने के लिए इंजीनियर इसमें बचे फ्यूल का इस्तेमाल कर के इसे धीमा कर देते हैं. इससे यह पृथ्वी की तरफ गिरने लगता है और वातावरण में घर्षण (friction) के कारण जलकर नष्ट हो जाता है.
NASA के मुताबिक, हालांकि बहुत ऊंचाई पर मौजूद सैटेलाइट को धीमा करना मुश्किल होता है, क्योंकि उसमें बहुत ज्यादा फ्यूल लगता है. इसलिए वैज्ञानिक उसे और ऊंचाई पर, एक खास जगह भेज देते हैं, जिसे 'ग्रेवयार्ड ऑर्बिट' कहते हैं. यह पृथ्वी से करीब 22,400 मील ऊपर होता है.
छोटे सैटेलाइट जब गिरते हैं, तो एनवायरमेंट की गर्मी से जलकर खत्म हो जाते हैं. लेकिन बड़े स्पेसशिप पूरी तरह नहीं जलते. इसलिए वैज्ञानिक तय करते हैं कि उसे कहां गिराया जाए.
इन्हें एक ऐसी जगह गिराया जाता है, जहां कोई इंसान नहीं रहता हो. खासतौर पर यह जगह है दक्षिण प्रशांत महासागर (South Pacific Ocean) का एक दूर-दराज वाला हिस्सा होता है. इसे 'स्पेसक्राफ्ट सेमेट्री' (Spacecraft Cemetery) भी कहते हैं.
वहीं, जो सैटेलाइट ग्रेवयार्ड ऑर्बिट में भेजे जाते हैं, वे बहुत लंबे वक्त तक वहीं घूमते रहते हैं. फ्यूचर में इंसानों को शायद 'स्पेस गार्बेज ट्रक' भेजने पड़ सकते हैं, ताकि यह स्पेस कबाड़ साफ किया जा सके. लेकिन फिलहाल, ये सैटेलाइट रास्ते से हट चुके हैं और सुरक्षित हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़