Nepal Polygamy: एक से अधिक शादी करने पर भी ये देश मान्‍यता देने को तैयार, भारत का है पड़ोसी
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Nepal Polygamy: एक से अधिक शादी करने पर भी ये देश मान्‍यता देने को तैयार, भारत का है पड़ोसी

Nepal polygamy law 2025: शादी एक से ज्यादा करना बहुविवाह कहलाता है जो कई देशों में वैध है. भारत में यह आमतौर पर गैरकानूनी है, लेकिन मुस्लिम पुरुषों को छूट है. नेपाल भी इसे कानूनी मान्यता देने पर विचार कर रहा है.

Nepal Polygamy: एक से अधिक शादी करने पर भी ये देश मान्‍यता देने को तैयार, भारत का है पड़ोसी

Polygamy Law: शादी एक बार करके जीवन साथी चुनना तो आम बात है, लेकिन कुछ देशों में एक से ज्यादा शादी करना भी कानूनी तौर पर संभव है. इसे बहुविवाह या Polygamy कहते हैं. इतिहास में यह रिवाज कई संस्कृतियों में पाया गया है, लेकिन आज के समय में इसे लेकर मतभेद हैं. कई देशों में यह अभी भी वैध है, खासकर मुस्लिम देशों और कुछ एशियाई व अफ्रीकी देशों में. वहीं, भारत जैसे देश में यह प्रतिबंधित है, लेकिन पड़ोसी देश नेपाल भी अब इसे कानूनी मान्यता देने पर विचार कर रहा है.

बहुविवाह की दुनियाभर में स्थिति

अमेरिका जैसे विकसित देश भी इस मामले में सख्त हैं. अमेरिका के सभी राज्यों में किसी एक के शादीशुदा होने के दौरान दूसरी शादी करना गैरकानूनी है. हालांकि, लोगों को अक्सर दो या तीन साथियों के साथ रहने के लिए सजा नहीं दी जाती. 1882 तक यह अपराध माना जाता था, लेकिन अब धीरे-धीरे इसके प्रति नियम कड़े कर दिए गए हैं.

एशिया और मुस्लिम देशों की तस्वीर

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में मुस्लिम पुरुषों को चार पत्नियां रखने की अनुमति है जो इस्लामिक कानून का हिस्सा है. इसी तरह अफगानिस्तान में भी पुरुष एक से चार महिलाओं से शादी कर सकते हैं. जबकि श्रीलंका में यह नियम और भी अनोखा है, यहां न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी एक से ज्यादा शादी कर सकती हैं. यानि वहां दोनों तरह के बहुविवाह - पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए वैध हैं.

भारत में बहुविवाह का नियम 

भारत में बहुविवाह आमतौर पर गैरकानूनी है, लेकिन मुस्लिम पुरुष एक से अधिक महिलाओं से शादी कर सकते हैं. कुछ खास धार्मिक या जनजातीय समुदायों में भी अलग नियम हैं. हिमाचल प्रदेश में एक महिला ने दो भाइयों से शादी की जो पॉलीएंड्री परंपरा है. नेपाल अब बहुविवाह को कानून में लाने पर विचार कर रहा है. समर्थक इसे पारिवारिक रिवाज कहते हैं, जबकि विरोधी इसे महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ मानते हैं. 2025 में भी कई देशों में ये प्रथा चलती है.

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शिवम तिवारी

वायरल न्यूज़ का फैक्ट चेक कर पाठकों तक सही जानकारी पहुंचाते हैं. अजब-गजब से लेकर हेल्थ, लाइफस्टाइल की दुनिया में गहरी दिलचस्पी. ABP न्यूज से यात्रा शुरू की. एक साल से पत्रकारिता में सक्रिय....और पढ़ें

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